सफलता किसी उम्र और परिचय की मोहताज नहीं होती। ये साबित किया है, रितेशअग्रवाल ने। जिन्होंने महज 24 साल की उम्र में 36 हजार करोड़ की कंपनी खड़ी कर दी। और साल 2018 के इंडिया रिच लिस्ट के सबसे युवा अरबपति बनने का गौरव प्राप्त कर लिया। युवाओं को रितेश की ये कहानी पढ़नी चाहिए।
ओडिशा के कटक से आने वाले रितेश अग्रवाल शुरू से ही अपने बिजनेस खड़ी करना चाहते थे। परिवार की ख्वाहिश थी, कि बेटा आईआईटी की तैयारी कर इंजीनियर बनें। लिहाजा रितेश प्रवेश परीक्षा की तैयारी के लिए आईआईटीके के गढ़ कहे जाने वाले कोटा चले गए। अपनी खुद की बिजनेस करने की चाह में रितेश ने तैयारी छोड़ अपने लक्ष्य को पूरा करने में लग गए।
19 साल की उम्र में घूमते रहे और तमाम चीजों को अच्छे से जानने के लिए जगह-जगह होटलों में रुकते रहे। अनुभव बढ़ता गया और रितेश ने एक वेबसाइट खोला, जिसका नाम उन्होंने ओरावल रखा। इस वेबसाइट पर किफायती और सबसे सस्ते अच्छे होटल्स के बारे में लोगों को जानकारी देते रहे। शुरुआत में वेबसाइट धीमा रहा, जिसके बाद उन्होंने साल 2013 में नाम को चेंज कर OYO Rooms रख दिया।
वक्त का पहिया बदला और रितेश की किस्मत भी। धीरे-धीरे कारोबार बढ़ता गया। आज कंपनी 230 शहरों के 500 से होटल्स में 10 लाख होटल रूम्स उपलब्ध कराती है। इसकी बुकिंग Oyo ऐप से ही होती है। बता दें कि साल 2013 में रितेश अग्रवाल को ’20 अंडर 20′ के लिए चुना गया था। इसी के साथ रितेश 2018 के सबसे युवा अरबपति बन गए थे।
रितेश अग्रवाल की कहानी यह बताती है, कि किसी चीज को शिद्दत से चाहो तो पूरी कायनात उसे जुटाने में लग जाती है। रितेश अग्रवाल की सफलता पर आज हर कोई गर्व कर रहा है।