बिहार के मोतिहारी जिले के निजी विद्यालय में बुधवार को उस समय अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया, जब सीबीएसई के मैट्रिक का रिजल्ट खराब आने के बाद छात्र-छात्राएं स्कूल पहुंच कर फूट-फूटकर कर रोने लगे। भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाते हुए उग्र छात्र पहले तो विद्यालय के प्रिंसिपल के चैंबर में घुस गए और फिर आपबीती सुनाते हुए फूट-फूटकर कर रोने लगे।
छात्र-छात्राओं का आरोप है कि विद्यालय प्रबंधन द्वारा पहले तो उनलोगों को डरा धमका कर मनचाहा पैसा वसूला गया। फिर रिजल्ट में व्यापक पैमाने पर धांधली की गई। वहीं, बच्चों के अभिभावकों का आरोप है कि कोरोना काल में सरकार की दिशानिर्देश के विपरीत स्कूल प्रबंधन द्वारा जबरन पैसों की उगाही की गई। फिर प्रैक्टिकल सहित अन्य आंतरिक परीक्षा में अच्छे नंबर देने के एवज में मोटी रकम भी वसूली गई।
इधर, इस संबंध में पूछे जाने पर विद्यालय के प्रिंसिपल ने छात्रों के आरोप को खारिज करते हुए कहा कि सीबीएसई बोर्ड के नियमों के मुताबिक ही सभी छात्रों को उनकी योग्यता के अनुरूप नंबर दिया गया है। विद्यालय की ओर से कोई बेईमानी नहीं की गई है। जिले के अन्य विद्यालयों ने भी फीस की वसूली की थी. इसलिए यहां भी छात्रों से फीस लिया गया था।