मीठापुर बस स्टैंड जो कि कुल 8 एकड़ क्षेत्रफल में फैला हुआ था अब नए बस स्टैंड शुरू होने के बाद यहां से बसों का परिचालन पूरी तरह बंद कर दिया गया है। मीठापुर बस स्टैंड वाले एरिया अब शैक्षणिक हब के रूप में विकसित किया जाएगा जिसके तहत खाली हुई जमींन पर तीन नए विश्वविद्यालय इंजीनियरिंग, मेडिकल व खेल विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन समेत पाटलिपुत्रा विश्वविद्यालय का कैंपस का निर्माण यही किया जाएगा। 4 विश्वविद्यालयों के अतिरिक्त पटना मेट्रो प्रोजेक्ट के लिए भी जमीन दी जाएगी।
पटना के जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह द्वारा मिली जानकारी के अनुसार खाली हुए मीठापुर में बस स्टैंड की 8 एकड़ एवं पावर सबस्टेशन की 5 एकड़ भूमि है। कुल 13 एकड़ भूमि में 3 नए विश्वविद्यालय के साथ पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय और मेट्रो प्रशासन के भवन निर्माण हेतु भूमिका आवंटन किया जाएगा।
पटना मेट्रो प्रशासनिक भवन के निर्माण के लिए 1.25 एकड़ भूमि तथा शेष 11.75 एकड़ भूमि पाटलिपुत्र विवि समेत मेडिकल, इंजीनियरिंग और खेल विश्वविद्यालय को आवंटित की जाएगी। सबसे अधिक पाटलिपुत्र विवि कैंपस के निर्माण के लिए 6.8 एकड़ भूमि आवंटित की जाएगी। अन्य तीन विश्वविद्यालयों के लिए कितनी-कितनी भूमि आवंटित की जाएगी यह अब तक तय नहीं हुआ है। इस संदर्भ में राज्य सरकार निर्णय लेगी। खेल विवि राजगीर में बनाने की घोषणा हुई है, यहां इसका प्रशासनिक भवन बनेगा।
आपको बता दें कि मीठापुर में चाणक्य नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविधालय, नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ फैशन टेक्नोलॉजी (निफ्ट), चन्द्रगुप्त प्रबंध संस्थान, मौलाना मज़हरुल हक़ अरबी-फ़ारसी विश्वविधालय एवं इग्नू सेंटर पहले से ही यहां कार्यरत हैं और शैक्षणिक क्षेत्र में अपनी सेवा दे रहे हैं। तीन नए विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन और पाटलिपुत्र के कैंपस के में बन जाने से मीठापुर बिहार के सबसे बड़े शैक्षणिक हब के रूप में उभर कर सामने आएगा।