राज्य तथा केंद्र सरकार के संयुक्त प्रयास से बिहार में उद्योगों की स्थापना और उन्हें विकसित करने का प्रयास किया जा रहा है। बिहार में उद्योगों को बढ़ावा देने के क्रम में लेदर गुड्स पार्क बनाए जाने की योजना है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार लेदर गुड्स पार्क का निर्माण मुजफ्फरपुर के बेला औद्योगिक परिसर में किया जा रहा है।
16 इकाई के साथ बिक्री केंद्र विकसित किया जाएगा
अब तक मिली जानकारी के अनुसार लेदर गुड्स पाठ योजना का काम अपने अंतिम चरण में है। मुजफ्फरपुर के बेला औद्योगिक परिसर में विकसित किए जाने वाले इस लेदर गुड्स पार्क में लेदर के जूते-चप्पल, बेल्ट, पर्स, जैकेट, बैग के साथ साथ कई अन्य कई तरह के लेदर के उत्पादों को तैयार किया जायेगा। इस योजना के तहत 10 एकड़ के क्षेत्र में कुल 16 इकाइयां लगाई जाएंगी, साथ हैं विक्री केंद्र भी स्थापित किए जाएंगे। इस परियोजना से जुड़ी सभी तरह की सामान्य सुविधाएं और शेड तैयार किया जा चुका है। अगले साल 2022 के अंत सभी इकाइयों के शुरू होने की संभावना है। शेडों के लिए प्रशासन द्वारा ऑनलाइन आवेदन लिया जा रहा है एक शेड का किराया प्रतिमाह ₹3300 प्रस्तावित है।
शेड का आवंटन
इस योजना से जुड़े कार्यकारी निदेशक श्री संतोष कुमार सिन्हा ने जानकारी देते हुए बताया की मुजफ्फरपुर में निर्माणाधीन लेदर पार्क उद्योग विभाग की महत्वकांक्षी योजनाओं में से एक है। उन्होंने आगे बताया कि इस योजना के पूरा हो जाने के बाद युवा यहाँ अपनी यूनिट लगाकर खुद का व्यवसाय खड़ा कर सकेंगे। लेदर पार्क में यूनिट लगाने के लिए शेड का आवंटन लेना अनिवार्य होगा।
बताया जा रहा है कि इस योजना के तहत कुल 16 इकाइयां हैं जिसके तहत बनने वाले शेडों में सभी मूलभूत सुविधाओं जैसे शौचालय, पानी के साथ अन्य ज़रूरी साधने उपलब्ध होंगे। उद्यमी मशीन लगाकर सुचारू रूप से काम कर पाएंगे। साथ में बिक्री केंद्र होने की वजह से उत्पादन के साथ बाजार भी एक ही स्थान पर उपलब्ध होगा। यहां लेदर के ब्रांडेड वस्तुओं के निर्माण एवं डिजाइनिंग के लिए कानपुर, कोलकाता, आगरा, लुधियाना के उधमियों से संपर्क स्थापित किया जाएगा।
इस परियोजना के निर्माण के बाद लोगों के लिए रोज़गार की संभावनाएं बढ़ेंगी साथ ही आर्थिक गतिविधि बढ़ेगी, लोगों को रोजगार से जुड़ने एवं उन्हें अपने कारोबार को स्थापित करने का मौका मिलेगा जिससे कुछ हद तक पलायन की समस्या पर भी कम होगी।