23 जुलाई से ही जापान की राजधानी टोक्यो में ओलंपिक खेलों का आयोजन चल रहा है। जिसमे भारतीय महिला हॉकी टीम ने ऑस्ट्रेलिया को हराकर इतिहास रच दिया है। महिला हॉकी का क्वार्टर फाइनल मैच भारत और ऑस्ट्रेलिया के टीम के बीच खेला गया जिसमें भारत ने ऑस्ट्रेलिया की टीम को 1-0 से हराकर पहली बार सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली है। आपको बता दें कि महिला हॉकी में ऑस्ट्रेलिया की टीम विश्व की दूसरी सबसे बेहतरीन टीम मानी जाती है।
ऑस्ट्रेलिया के साथ खेलते हुए क्वार्टर फाइनल मैच में भारत की तरफ से एकमात्र गोल गुरजीत कौर ने किया। पूरे मैच के दौरान भारतीय टीम कंगारू टीम पर हावी रही और लगातार अटैकिंग गेम को जारी रखा। टोक्यो ओलंपिक 2020 में भारतीय महिला हॉकी की कप्तान रानी रामपाल की अगुवाई में भारतीय टीम ने 41 साल में पहली बार ओलंपिक खेलों के क्वार्टर फाइनल में अपना बनाई थी।
🇮🇳 HISTORY HAS BEEN MADE!!! 🙌#IND beat and knock out world no. 2 #AUS in the quarter-final match of women’s #hockey by 1-0 to seal their spot in SEMI-FINAL for the first time ever! 😍👏#Tokyo2020 | #StrongerTogether | #UnitedByEmotion pic.twitter.com/HgBcsHg5Ob
— #Tokyo2020 for India (@Tokyo2020hi) August 2, 2021
भारतीय महिला हॉकी टीम ने दक्षिण अफ्रीका पर 4-3 की जीत और बाद में मौजूदा चैंपियन ग्रेट ब्रिटेन की आयरलैंड पर 2-0 की विजय से शनिवार को 41 वर्षों में पहली बार ओलंपिक खेलों के क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया था। साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेलते हुए भारत की ओर से वंदना कटारिया ने जबरदस्त खेल दिखाते हुए लगातार तीन गोल दागकर भारतीय टीम को जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। भारत की ओर से वंदना ओलंपिक में हैट्रिक गोल लगाने वाली पहली खिलाड़ी भी बनीं। भारतीय महिला हॉकी टीम का शानदार प्रदर्शन देखते हुए सेमीफाइनल में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद की जा रही है।
वही रविवार को भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने अपने क्वार्टर फाइनल मुकाबले में ग्रेट ब्रिटेन के साथ खेलते हुए भारत की ओर से दिलप्रीत सिंह ने 7वें, गुरजंत सिंह ने 16वें और हार्दिक सिंह ने 57वें मिनट में भारत के लिए गोल किए। क्वार्टर फाइनल मुकाबले में भारत ने 3-1 से ग्रेट ब्रिटेन को हराकर 49 साल बाद सेमीफाइनल में अपनी जगह बनाई।