बिहार राज्य के शहरी ग्रामीण क्षेत्रों मे ज़मीन विवाद को कम करने और जमीन का बँटवारा के लिए सरकार ने एक नए कानून को बनाया है । जिसमे आप सिर्फ 100 रूपए के स्टाम्प पर ज़मीन का बँटवारा करके घर के सदस्य को ज़मीन पर मालिकाना हक दे सकते है। ज़मीन बंटवारें का यह कानून साल 2018 मे ही बना था। इसके तहत वैसी भूमि का बँटवारा किया जा सकता है जो खतियानी या हाल हासिल जमीन है।
ज़मीन का कानूनी मालिक अपने बच्चे के बीच बराबरी से ज़मीन का बंटवारा करके उसे मालिकाना हक दे सकता है। इसके लिये वह भू-स्वामी जिनके नाम से खतियानी जमीन है, उन्हें किसी सक्षम पदाधिकारी या जनप्रतिनिधि से पारिवारिक सूची बनाकर जमीन का चौहदी के साथ 100 रुपये का स्टांप खरीद कर उस पर बराबर के हिस्सा का बंटवारा करना होगा।
आपको बता दें कि जिला अवर निबंधन पदाधिकारी रिंकी कुमारी ने जानकारी देते हुए कहा कि सरकार के तरफ से यह योजना 2 वर्ष पूर्व ही लागू कर दी गई, लेकिन लोग इसका लाभ नहीं ले रहे हैं।अब तक मे महज दो मामले आए हैं, जो इस क़ानून के तहत जमीन का बँटवारा करना चाहते हैं। निबंधन पदाधिकारी ने यह भी बताया कि जिस व्यक्ति ने खुद से ज़मीन खरीद लिया, उस पर भी यह नियम लागू होता है, लेकिन लोग इस बात को समझ ही नहीं रहे।
अब नये नियम में लड़की को मिलेगा बराबर का हक
साथ ही उन्होंने बताया कि खतियानी ज़मीन मे अगर मान ले किसी को तीन लड़का है और एक लड़की है तो ज़मीन का बँटवारा करने के समय लड़की के पक्ष भी रखना होगा क्यूँकि अब नये नियम के अंतर्गत खतियानी जमीन में लड़की का भी बराबर का हक होता है। अगर घर की बेटी लिखकर देती है तो फिर उसको भी उस स्टांप पर दर्शाना पड़ेगा। उन्होंने यह भी कहा कि इस कानून के द्वारा जो बंटवारा किया जाता है, वह बहुत आसान होता है, इसमें किसी तरह की कोई झंझट की संभावना नहीं होती। लेकिन कानून के झंझट के कारण लोग इसमें दिलचस्पी नहीं लेते हैं।
साथ ही ये सब जमीन नहीं होंगे शामिल
उन्होंने यह भी कहा कि इस कानून में वैसे जमीन को शामिल नही किया गया है जो माता या पत्नी के नाम से हाल ही में खरीदा गया हो। अधिकारियो ने यह भी कहा कि सभी को सरकार के इस कानून का फायदा लेना चाहिए ताकि घर के मुखिया के निधन के बाद ज़मीन को लेकर किसी तरह के विवाद की कोई सम्भावना न उत्पन्न हो।