Mahila Samman Bachat Patra: लड़कियों और महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए केंद्र सरकार ने महिला सम्मान बचत पत्र योजना की शुरुआत की जिसे वित्तीय साल 2023-24 में एक अप्रैल से लागू किया गया है। पूरे देश के अलग-अलग जगहों में इस योजना के तहत खाता खोलने का काम इसी माह की 1 तारीख से शुरू हुआ है। डाक विभाग के आंकड़े दर्शाते हैं कि योजना के लागू होने में केवल 13 दिनों में देश के विभिन्न डाक परिमंडलों के द्वारा 21,341 महिला सम्मान बचत पत्र योजना के एकाउंट खोले गए। इस योजना के अंतर्गत अब तक देश में खोले गए एकाउंट्स में लगभग 259 करोड़ रूपये की राशि डिपॉजिट हो चुकी है।
कितना होगा ब्याज दर?
वित्तीय वर्ष 2023-24 में बजट पेश करने के दौरान महिला सम्मान बचत पत्र योजना (Mahila Samman Bachat Patra) की घोषणा की गई। इस योजना का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को बचत पर अधिक से अधिक लाभ देना है। इस योजना का लाभ उठाने के लिए किसी भी उम्र की महिला या लड़की इसके अंतर्गत डाकघर में खाता खुलवा सकती हैं। महिला बचत पत्र योजना के अंतर्गत महिलाएं ₹200000 की राशि खाते में जमा कर सकती है जिस पर उन्हें 7.5% के दर से ब्याज मिलेगा।
ये भी पढ़ें: बिहार के जमीन के बारे में चाहिए पूरा ब्यौरा, तो यहाँ जानिए प्रोसेस।
योजना के लिए क्या है पात्रता?
इस (Mahila Samman Bachat Patra) योजना के तहत महिलाओं को खाता खोलने के लिए इन दो पात्रता ओं को पूरा करना आवश्यक है।
- महिला भारतीय नागरिक होनी चाहिए।
- न्यूनतम उम्र 10 वर्ष होना आवश्यक है।
खाता खोलने हेतु जरूरी दस्तावेज।
महिला सम्मान बचत पत्र योजना (Mahila Samman Bachat Patra) के अंतर्गत खाता खोलने के लिए कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज जरूरी है जो कि इस प्रकार से है।
- आवेदक का आधार कार्ड (Aadhaar Card)
- आवेदक का पैन कार्ड (PAN Card)
- पासपोर्ट साइज फोटो (Passport Size Photo)
महिलाएं होंगी आर्थिक रूप से मजबूत
यदि कोई महिला इस योजना (Mahila Samman Bachat Patra) में 2 लाख रुपये का निवेश करती है तो उसे 7.5% का ब्याज मिलेगा। और यब राशि 2 वर्ष के लिए निवेश की जा सकती है। ब्याज की रकम 3 महीने पर बैंक अकाउंट में ट्रांसफर की जाएगी। इसके मुताबिक देखा जाए तो 2 साल में महिलाओं के पास कुल 2.32 लाख रुपये जमा हो जाएंगे। ऐसे में देखा जाए तो सुकन्या समृद्धि योजना की तुलना में महिला सम्मान सेविंग सार्टिफिकेट बेहतर है। सुकन्या समृद्धि योजना में 21 साल तक लॉक-इन पीरियड है। जबकि यहां सिर्फ 2 साल में ही रिटर्न मिल जाएगा।
ये भी पढ़ें: जिओ का तगड़ा ऑफर, एक रिचार्ज में चलेंगे 4 मोबाइल, देने होंगे केवल इतने रूपये।
बिहार में कितने खुले खाते?
वहीं, एक अप्रैल से 13 अप्रैल तक बिहार डाक परिमंडल ने इस योजना के तहत टोटल 176 खाते खोले हैं। डाक विभाग के आंकड़ों के अनुसार केंद्र सरकार की यह स्कीम (Mahila Samman Bachat Patra) महिलाओं को काफी भा रही है। महिलाएं इस स्कीम का फायदा लेने के लिए आगे आ रहीं हैं। आंकड़ों के अनुसार, बिहार डाक परिमंडल के तहत आने वाले विभिन्न डाकघरों में कुल 176 खाते 13 अप्रैल तक खोले गए हैं। इन खातों में 2 करोड़ 73 लाख रूपये जमा हो चुकी है, जिसमें डिवीजनल रिपोर्टिंग सर्किल (पटना) के तहत आने वाले विभिन्न डाकघरों टोटल 73 खाते खोले गए हैं। इन खातों में अभी तक 1 करोड़ से अधिक रूपये डिपॉजिट हो चुकी हैं।