8th Pay Commission: आपको बता दें कि मौजूदा समय में सातवां वेतन आयोग (7th Pay Commission) प्रभावी है। उम्मीद है कि अगला यानी आठवां वेतन आयोग (8th Pay Commission) 2025 के अंत या 2026 के शुरुआत में प्रभाव में आ सकता है। हम इसी आर्टिकल में आगे हमने चर्चा किया है कि फिटमेंट फैक्टर के आधार पर कितनी बढ़ोतरी हो सकती है और न्यूनतम सैलरी क्या होगी।
फिलहाल सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों के लिए खजाना खोल दिया है। जनवरी 2023 के लिए महंगाई भत्ता को बढ़ाकर 42 प्रतिशत कर दिया गया है। अब वर्ष में दो बार महंगाई भत्ता रिवाइज होता है। अब अगली दफा जुलाई 2023 में जनवरी से जून तक के अवधि के लिए महंगाई भत्ता जुलाई बाद बढ़ाया जाएगा इसे 1 जुलाई से लागू किया जाएगा।
जुलाई से लागू होने वाले महंगाई भत्ते का आधार CPI-IW आंकड़े होंगे। जनवरी माह का आंकड़ा आ गया है। अब फरवरी की बारी आनी है, जो 31 मार्च को आएगा। इसमें कितनी बढ़ोतरी होगी इसका इंतजार है। लेकिन, इतना फिक्स है कि जुलाई में होने वाले वृद्धि की तैयारी हो गई है। विशेषज्ञ मान रहे हैं कि आगे 4 प्रतिशत की वृद्धि होना तय है। इसके पीछे लॉजिक तथा वजह दोनों हैं।
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8th Pay Commission की गणना पिछले वेतन आयोग के आधार पर।
आपको बता दे कीं आठवें वेतन आयोग (8th Pay Commission) के समय कर्मचारियों की तनख्वाह में सबसे बड़ी बढ़ोतरी होगी। लोकसभा इलेक्शन के बाद वेतन आयोग के गठन पर चर्चा होने की बात सामने आ रही है। खबर की मानें तो इस पर बात आगे बढ़ी है। संसद में केंद्रीय वित्त राज्य मामले के मंत्री भागवत कराड ने इसका जिक्र किया था। 8वें वेतन आयोग (8th Pay Commission) के गठन होने पर केंद्रीय कर्मचारियों की तनखा में जबरदस्त बढ़ोतरी होगी। पिछले वेतन आयोग के मुकाबले इसकी गणना की जाएगी।
8th Pay Commission कब होगा लागू।
कब लागू होगा नया वेतन आयोग: आठवें वेतन आयोग का गठन साल 2024 के आखिर तक होने की संभावना है। फिर से 1 से 2 वर्ष के अंदर लागू किया जा सकता है। यानी 2025 के आखिर या 2026 के शुरू में प्रभाव में आ सकता है। सातवें वेतन आयोग (8th Pay Commission) के तुलना में 8वें वेतन आयोग में कुछ चेंजिंग होने हैं। इसमें फिटमेंट फैक्टर के बेस्ड पर तनख्वाह नहीं बढ़ेगी बल्कि दूसरे अन्य फार्मूले में तन्खवाह में वृद्धि की जाएगी।
कब कितनी हुई बढ़ोतरी।
- चौथे वेतन आयोग (4th Pay Commission) में वेतन में 27.6 प्रतिशत का बढ़ोतरी हुआ था। इसमें न्यूनतम सैलेरी 750 रुपये फिक्स किया गया था।
- पांचवे वेतन आयोग (5th Pay Commission) में कर्मियों की तनख्वाह में 31 फीसदी का बड़ा उछाल आया। जिसके बाद न्यूनतम वेतन 2550 रुपये प्रति माह हो गया।
- छठे वेतन आयोग (6th Pay Commission) में फिटमेंट फैक्टर को आधार मानते हुए 1.86 गुना की बढ़ोतरी हुई, इसके बाद कर्मचारियों के सैलरी में 54 फ़ीसदी का इजाफा हुआ और बेसिक सैलरी बढ़कर ₹7000 हुई।
- सातवें वेतन आयोग (7th Pay Commission) में फिटमेंट फैक्टर के आधार पर 2.57 गुना की बढ़ोतरी हुई जिसके बाद बेसिक सैलेरी ₹18000 हो गई वर्तमान में यही फिटमेंट फैक्टर लागू है।
8th Pay Commission में कितनी होगी न्यूनतम सैलरी।
वर्तमान में सातवां वेतन आयोग (7th Pay Commission) लागू है जिसमें कर्मचारियों को फिटमेंट फैक्टर के आधार पर 2.57 गुना की बढ़ोतरी प्राप्त हुई थी। इसके बाद आठवें वेतन आयोग (8th Pay Commission) में फिटमेंट फैक्टर को बेस्ड बनाया जा सकता है। इस बेस्ड पर कर्मचारियों का फिटमेंट फैक्टर 3.68 प्रतिशत किया जा सकता है। ऐसे में कर्मचारियों के न्यूनतम सैलेरी में 44.44 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हो सकती है। कर्मचारियों की न्यूनतम सैलेरी 26,000 रुपये या इससे अधिक हो सकता है।