बजट 2023 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने महिला निवेशकों के लिए महिला सम्मान सेविंग सर्टिफिकेट की घोषणा की थी। और यह स्कीम अब लागू हो गई है। वित्त मंत्री ने बताया कि इसे तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है। बता दें कि यह योजना देश के 1.59 लाख डाक घरों में उपलब्ध कराई गई है। इसे लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सरकार देश में महिलाओं के सशक्तीकरण हेतु प्रतिबद्ध है। इसका सबसे अच्छा उदाहरण है भारतीय डाक विभाग द्वारा शुरू की गई महिला सम्मान सेविंग सार्टिफिकेट।
जाने क्या है योजना।
इस योजना से कम समय में महिलाओं को अच्छा रिटर्न उपलब्ध कराएगी। आपको बता दें कि इस योजना में केवल महिलाएं ही निवेश कर सकती हैं। यह योजना एक स्माल सेविंग स्कीम है। इसमें मार्च 2025 तक निवेश कर सकते हैं। इसमें महिलाएं व लड़कियां 2 लाख रुपये तक निवेश कर सकती हैं। वहीं कम-से-कम 1000 रुपये निवेश कर सकते है। साथ ही इस स्कीम में बचत पर 7.5% ब्याज मिलता है। इस सरकारी योजना में किसी भी तरह का कोई जोखिम नहीं है। इसमें 2 साल तक निवेश कर सकते है। इसमें सिंगल अकाउंट खुलता है तथा ब्याज तिमाही आधार पर बैंक अकाउंट में ट्रांसफर किया जाएगा।
टैक्स सेविंग में होगा लाभ।
इस योजना में आंशिक निकासी का भी प्रावधान है। कोई भी महिला अपने नाम पर महिला सम्मान सेविंग अकाउंट खुलवा सकती है। जबकि नाबालिग लड़की के नाम पर ‘गार्जियन महिला सम्मान सेविंग अकाउंट’ खुलवा सकते हैं। वहीं इस योजना में निवेश करने पर टैक्स का कोई लाभ नहीं प्राप्त होगा। हालांकि सामान्य नियमों के अनुसार, इस योजना में जो ब्याज मिलेगा उस पर टैक्स लगेगा। जानकारों के अनुसार इस योजना के जरिए महिलाओं को अपनी वित्तीय लक्ष्य प्राप्त करने में सहायता मिलेगी।
महिलाएं होंगी आर्थिक रूप से मजबूत
यदि कोई महिला इस योजना में 2 लाख रुपये का निवेश करती है तो उसे 7.5% का ब्याज मिलेगा। और यब राशि 2 वर्ष के लिए निवेश की जा सकती है। ब्याज की रकम 3 महीने पर बैंक अकाउंट में ट्रांसफर की जाएगी। इसके मुताबिक देखा जाए तो 2 साल में महिलाओं के पास कुल 2.32 लाख रुपये जमा हो जाएंगे। ऐसे में देखा जाए तो सुकन्या समृद्धि योजना की तुलना में महिला सम्मान सेविंग सार्टिफिकेट बेहतर है। सुकन्या समृद्धि योजना में 21 साल तक लॉक-इन पीरियड है। जबकि यहां सिर्फ 2 साल में ही रिटर्न मिल जाएगा।