पटना के 14 पॉइंट पर गाड़ियों का नंबर स्वत: पढ़ने वाला ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकॉग्निशन सिस्टम लगाया गया है। इस सिस्टम में रोड पर लगे कैमरे अपने सामने से जाने वाले गाड़ियों के नंबर प्लेट पर उल्लेखित नंबरों को खुद स्कैन कर कंप्यूटर की मदद से उन्हें पढ़ेंगे। इसके साथ उन्हें अपने मेमोरी में दर्ज कर लेंगे।
इससे शहर में आवागमन करने वाले गाड़ियों को तुरंत ही ढूंढ़ निकाला जा सकता है क्योंकि इसमें लगे साफ्टवेयर से तमाम कैमरे जुड़े होते हैं और इसका प्रोसेसर अलग-अलग कैमरों द्वारा अंकित आंकड़ों का एक साथ विश्लेषण करने में होता है। यह सिस्टम फरवरी से पांच-पांच कर बारी-बारी से शुरू किया जायेगा और उपयोग में आने लगेगा।
एएनपीआर सिस्टम में दिया गया कैमरा एचएसएनपी (हाइ सेक्यूरिटी नंबर प्लेट) को तो अच्छी तरह पढ़ ही सकता है। इसके साथ सामान्य नंबरों को पढ़ा जा सकता है। यह मात्र फैंसी नंबरों को पढ़ नहीं सकता है, क्योंकि रिकॉर्ड नंबरों का आकार ज्यादा होने से यह कंप्यूटर में रिकार्ड आंकड़ों से मुकाबले नहीं करते हैं। लिहाजा ऐसे नंबर प्लेट लगे गाड़ियों को इससे ट्रैक करना असंभव होगा।
स्मार्ट सिटी मिशन के तहत शहर के 15 प्वाइंट पर वैरिएबल मैसेज डिसप्ले की स्थापना की गई हैं। इनमें 13 प्वाइंट पर इसे लगाया गया है। तीन मीटर लंबे तथा दो मीटर चौड़े इन डिजिटल डिसप्ले बोर्ड का उपयोग लोगों तक जनहित वाली मैसेज पहुंचाने के लिए किया जायेगा जैसे शहर को स्वच्छ रखने की अपील , कोविड जैसे संक्रामक बीमारियों से बचाव हेतु किये जाने वाले उपायों की जानकारी इत्यादि।