राजगीर, नवादा, गया और बोधगया में रहने वाले तकरीबन 14 लाख लोगों को साल के 365 दिन 1.89 करोड़ लीटर पेयजल की सप्लाई होगी। इसके लिए सरकार प्रति व्यक्ति 32 हजार रुपए खर्च कर रही है। इससे पहाड़ी इलाकों में गर्मी के दिनों में पानी की होने वाली दिक्कत दूर हो जाएगी। नवंबर के आखिरी सप्ताह में बोधगया, गया और राजगीर में लोगों को पानी मिलना आरंभ हो जाएगा। पाइप लाइन का कार्य पूर्ण होने के साथ लोगों के घरों तक उसको कनेक्ट कर दिया गया है।
वहीं, नवादा में पाइप लाइन बिछाने का कार्य तकरीबन पूरा हो गया है। जला से कथा लोगों के घरों से कनेक्ट करने के बाद शीघ्र ही पानी की आपूर्ति शुरू हो जाएगी। बिहार के जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने बातचीत के दौरान कहा है कि तमाम जगहों पर शीघ्र ही लोगों को गंगा का शुद्ध जल उपलब्ध होगा। नवादा, गया, बोधगया और राजगीर में रहने वाले लोगों को प्रति व्यक्ति प्रति पानी 135 लीटर की आपूर्ति होगी।
नवादा, गया, बोधगया और राजगीर में तीनों जलाशय के जरिए पानी की आपूर्ति होगी। इसके लिए राजगीर के घोड़ाकटोरा, गया तेतर तथा अबगिल्ला पहाड़तल्ली में जलाशय बनाया गया है। अबगिल्ला पहाड़तल्ली में .0938 मिलियन क्यूबिक मीटर और तेतर में 18.633 मिलियन क्यूबिक मीटर का आरसीसी टैंक बनाया गया है।
हाथी दह से जल को लेकर तेतर में शुद्ध होग और उसे अबगिल्ला पहाड़तल्ली के ट्रीटमेंट यूनिट में एकत्रित किया जाएगा। उसके बाद पंप के जरिए आगे भेजा जाएगा। राजगीर के जलशोधन उपकरण के लिए तीन, गया के तेतर जलाशय के लिए तीन और राजगीर जलाशय के लिए तीन पंप लागाए गए है। इसके साथ नवादा के संयंत्र के दो पंप स्थापित किए गए है और एक-एक पंप रिजर्व के तौर पर रखे गए हैं।
यह सभी क्षेत्र पहाड़ी एरिया होने से जमीन के नीचे से निकलने वाले पानी में आर्सेनिक तत्व की मात्रा अधिक मिलती थी। मई से जुलाई तक इन इलाकों में पेयजल की बड़ी समस्या होती थी। अब सरकार के सार्थक पहल से पानी की दिक्कत पूरी तरह समाप्त हो जाएगी और लोगों को पीने के लिए उनके घर तक शुद्ध पेयजल मिलेगा।