बिहार के बरौनी रिफाइनरी से उत्पादित ईंधन से अब नेपाल, यूपी और बिहार के हवाई अड्डों के विमान उड़ेंगे। आईओसीएल के चेयरमेन ने शुक्रवार को इंड जेट प्लांट से बरौनी मार्केटिंग टर्मिनल तक एटीएफ फ्यूल के पूर्व बैच के डिस्पैच का ऑनलाइन उद्घाटन किया।
आईओसीएल के निदेशक शुक्ला मिस्त्री, बरौनी रिफाइनरी के कर्मचारियों और अधिकारियों, बरौनी रिफाइनरी के कार्यपालक निदेशक आर के झा की मौजूदगी में बरौनी रिफाइनरी के एटीएफ टैंक 241 के वाल्व को ओपन कर बरौनी रिफाइनरी से पाइपलाइन के जरिए एटीएफ को बरौनी मार्केटिंग टर्मिनल डिस्पैच हुआ। एटीएफ का प्रोडक्शन बरौनी रिफाइनरी के नए इंड जेट प्लांट से किया गया है।
बरौनी रिफाइनरी के कारपोरेट संचार मैनेजर अंकिता श्रीवास्तव ने जानकारी दी कि यह प्लांट स्वदेशी टेक्नोलॉजी इंड जेट पर बेस्ड है, जिसका खोज इंडियनऑयल, आरएंडडी सेंटर तथा मेसर्स ईआईएल ने मिलकर किया है। यह टेक्नोलॉजी कम टेंपरेचर और निम्न लोड हाइड्रो-उपचार प्रोसेस है जो चुनिंदा तौर पर केरो फीड स्ट्रीम से कैप्टन को हटाती है। एटीएफ़ के साथ ही, इंड जेट प्लांट को पाइपलाइन कम्पेटिबल केरोसिन के प्रोडक्शन के लिए डिज़ाइन हुआ है, इसमें सल्फर 8पीपीएमभी की जरूरत होती है।
जून 2022 में इंड जेट प्लांट को कमीशन किया गया था। उसके बाद सितंबर 2022 में एटीएफ़ का सर्टिफिकेशन मिला। डिफेंस ग्रेड के एटीएफ की सप्लाई करने के लिए, सैन्य उड़ान योग्यता और प्रमाणन केंद्र तथा डीजीएक्यूए की वैधानिक मंजूरी नवंबर 2022 और अक्टूबर 2022 प्राप्त हुई। बरौनी रिफाइनरी से बने एटीएफ नेपाल, पटना, दरभंगा और गया के हवाई अड्डों को ईंधन सप्लाई करेगा। उन्होंने बताया कि बरौनी मार्केटिंग डिविजन की बिक्री के लिए उत्पाद मुहैया कराया गया है। यह ड्रीम परियोजना बरौनी रिफाइनरी के लिए एक मील का पत्थर सिद्ध होगा।
चेयरमैन ने कहा कि आईओसीएल के लिए एक शानदार मौका है। बरौनी रिफाइनरी टीम की तारीफ करते हुए चेयरमैन एम एम वैद्य ने कहा कि यह एक ऐतिहासिक मौका है कि इंडियन ऑयल की बरौनी रिफाइनरी बिहार के अलावा नेपाल के हवाई ईंधन की आवश्यकता को पूर्ण करेगी। इंड जेट यूनिट इंडियन ऑयल के द्वारा डेवलप स्वदेशी तकनीक पर बेस्ड है जो मेक इन इंडिया पहल के साथ पीएम नरेंद्र मोदी की आत्मनिर्भर देश के दृष्टिकोण से सार्थक करने की दिशा में एक सार्थक पहल है।