धनबाद से पटना जंक्शन के बीच संचालित होने वाली गंगा दामोदर एक्सप्रेस ट्रेन एलएलबी बोगी के साथ यात्रा करने लगी है। जिसके चलते एक डिब्बे कम कर दिए गए हैं। यानी अब इस ट्रेन में 9 बोगी नहीं होगी। पहले की बोगियों में सीट कम होती थीं, अब नई बोगियों में सीटों की संख्या में बढ़ोतरी हो गई है। जिन यात्रियों ने पूर्व से रिजर्वेशन करा रखा है उनकी सीट संख्या तथा बोगी संख्या दोनों चेंज हो गई है। जिसके चलते रेलवे अपने यात्रियों को इसका मैसेज एसएमएस के जरिए दे रहा है।
एलएचबी सुरक्षित और बेहतर कोच माना जाता है। इसमें सीटों की संख्या अधिक होती है। नई बोगी होने के वजह से यात्रियों की सीटों में हेराफेरी कर दी गई है। स्लीपर एस-9 के पैसेंजर्स को विभिन्न कोच में एडजस्ट किया गया है। जिन पैसेंजर्स ने पूर्व से टिकट बुक की है। उन्हें नई सीटें एवलेबल करायी जा रही हैं।
गंगा दामोदर एक्सप्रेस में एलएचबी कोच लगते ही यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। इसका मुख्य कारण कोच की संख्या में वृद्धि होना कहा जा रहा है। 6 नवंबर के पूर्व जनरल डिब्बे में 100 टिकटों की बिक्री हुई, लेकिन 7 नवंबर से तकरीबन 300 टिकटों की बिक्री हुई है। इसी तरह AC-2 में पांच एसी-3 में 10 तथा शयनयान में 74 टिकटों की बुकिंग हुई है। रिजर्व टिकट की बिक्री में बढ़ोतरी होने की खबर है।
बता दें कि वर्तमान पारंपरिक कोच के स्लीपर बोगियों में 72 सीटें होती थीं। एलएचबी कोच के हर डिब्बे में 80 सीटें होंगी। आठ डिब्बों की एक्स्ट्रा आठ-आठ सीटों में 64 पैसेंजर्स को सुलभता से एडजस्ट किया जा रहा है। पूर्व मध्य रेलवे हाजीपुर के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी बिरेन्द्र कुमार ने कहा कि गंगा दामोदर एक्सप्रेस में एलएचबी रैक के लगने से सीटों की हेराफेरी होने से जुड़ी सूचना पैसेंजर्स को एसएमएस के जरिए जा रही है। चार्ट तैयार होने के बाद अपडेट सूचना रिजर्वेशन के दौरान दिए गए मोबाइल नंबर पर सेंड की जा रही है।