राजधानी सहित प्रदेश के लोगों को नवंबर महीने में इतना चावल मिलेगा जितना उन्हें लॉकडाउन में भी नहीं मिला। इस महीने एक नवंबर से बीपीएल परिवारों को सदस्यों के मुताबिक 45 से 135 किलो तथा प्राथमिकता राशनकार्ड धारियों को 15 से 150 किलो तक चावल मुफ्त में मिलेगा। गत महीने तक बीपीएल परिवारों को 1 रुपए जबकि एपीएल वालों को 10 रूपए किलो में चावल खरीदना पड़ता था।
कोविड में भी किसी फैमिली को 45 किलो से अधिक चावल एक साथ नहीं मिल सका था। पीएम नरेंद्र मोदी ने देश के लोगों को अक्टूबर से दिसंबर महीने तक अतिरिक्त चावल मुफ्त में बांटने का निर्णय लिया था। चावल का वितरण अक्टूबर में होना था, मगर तकनीकी दिक्कतों के चलते छत्तीसगढ़ में अक्टूबर माह में चावल नहीं बंट सका। प्रदेश सरकार को अब केंद्र सरकार से अक्टूबर से नवंबर दोनों महीने का चावल का आवंटन एक ही साथ मिला है।
इस कारण राशन कार्ड के मुताबिक केंद्र सरकार का अतिरिक्त 5 से 50 किलो तक चावल बटेगा। प्रदेश सरकार के कोटे से वितरित होने वाले चावल में इसी चावल के साथ मिलाने के बाद हर राशनकार्ड धारियों को 15 से 150 किलो तक चावल मिलेगा। दो मां का एक्स्ट्रा चावल और इस माह का चावल एक साथ वितरित करने से मात्रा में बढ़ोतरी हुई है। केंद्र और राज्य सरकार के द्वारा दिसंबर में लोगों को मुफ्त में चावल मिलेगा।
खाद्य संचालनालय के संचालक एसएन राठौर ने कहा कि भारत और राज्य सरकार के खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत आवंटित चावल का कोटा एक ही साथ वितरित होगा। इसमें बीते माह का चावल भी शामिल है, जिससे मात्रा बढ़ी है। भारी मात्रा में एक साथ चावल वितरित होने से खाद विभाग की दिक्कत बढ़ गई है। संभावना है कि कुछ दुकानों से गड़बड़झाला हो सकता है। इससे पहले भी कई गड़बड़ियां सामने आ गई है। लगभग आधा दर्जन राशन दुकानदारों को अधिसूचना भी जारी किया गया था।