बिहार सरकार राज्य के अल्पसंख्यक वर्ग के छात्रों की सहायता के लिए खास योजना का संचालन कर रही है। इस योजना के तहत अल्पसंख्यक कल्याण हॉस्टल में रहने वाले छात्रों को हर महीने सरकार के द्वारा राशन, समान और एक हजार की वित्तीय मदद करवाई जाती है। राज्य सरकार की इस योजना का मकसद प्रदेश के अल्पसंख्यक वर्ग के छात्रों को आगे की पढ़ाई जारी रखने के लिए प्रेरित करना है। 9वीं वर्ग से 12वीं कक्षा तक पढ़ाई के लिए छात्रों को इस योजना का लाभ मिलेगा। बिहार सोशल वेलफेयर डिपार्टमेंट और अल्पसंख्यक विभाग को योजना के क्रियान्वयन की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
सरकार बना के माध्यम से अल्पसंख्यक हॉस्टल में रहकर 9वीं से 12वीं वर्ग में पढ़ने वाले अल्पसंख्यक समुदाय के छात्रों को मासिक एक हजार मिलेगा। उन्हें चादरें, चारपाई, गद्दे, पढ़ने के लिए मेज-कुर्सी, रसोई और खाना पकाने के बर्तन आदि की सुविधा दी जाती है। छात्रों को हर महीने नौ किलो चावल तथा छह किलो गेहूं भी मुहैया कराया जाएगा।
बिहार सरकार की इस योजना का लाभ उठाने के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। राज्य सरकार के अल्पसंख्यक विभाग की पोर्टल या समाज कल्याण विभाग की पोर्टल पर जाकर ऑनलाइन पंजीयन किया जा सकता है और रजिस्ट्रेशन के पश्चात लॉगिन करके अप्लीकेशन की प्रक्रिया पूर्ण की जा सकती है। हालांकि इस स्कीम के तहत आवेदन करने की जरूरत नहीं होती है। संबंधित विभाग के जिला स्तर के अधिकारी स्कूल और छात्रावास से छात्रों की लिस्ट प्राप्त करके छात्रों को वजीफा और सुविधाएं उपलब्ध करवाते हैं।
जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी को स्कीम के क्रियान्वयन का जिम्मा दिया गया है। प्रदेश के तमाम जिलों में इस योजना का क्रियान्वयन हो रहा है। योजना का मूल मकसद घर से बाहर छात्रावास में रहकर पढ़ने वाले अल्पसंख्यक श्रेणी के छात्रों को वित्तीय मदद उपलब्ध करना है जिससे वो अपनी पढाई जारी रख सकें। योजना के माध्यम से अल्पसंख्यक वर्ग के बच्चों को स्कूल जाने के लिए प्रेरित करना है।