सूरत की तरह बिहार के मुजफ्फरपुर को टेक्सटाइल हब के तौर पर डेवलप किया जाएगा। इसके अन्तर्गत बियाडा टेक्सटाइल क्लस्टर के तौर पर विकसित होगा। इसका आरंभ हो गया है। इसके डेवलप पर 120 करोड का परियोजना बना है। आगामी दिनों में 20 हजार को रोजगार देने का प्लान है। यहां पर जीविका दीदी आकर ट्रेनिंग ले रही है। यहां पर कार्यरत दीदीयां महीने में नौ-दस हजार तक कमाएंगी। बुधवार को उद्योग विभाग के प्रधान सचिव संदीप पौंड्रिक ने बियाडा परिसर में मुआयना के दौरान यह बातें कही। उन्होंने लेदर क्लस्टर में कार्यरत वाली जीविका दीदियों से बातचीत किया।
उन्होंने आइडीपीएल परिसर में बन रहे प्लग एंड प्ले सेंटर का निरीक्षण कर काम के प्रगति का मुआयना किया। आरएस कंट्रक्शन कंपनी के पंकज कुमार और प्रोजेक्ट निदेशक ई.एके रस्तोगी ने कार्य के प्रगति के संबंध में जानकारी ली। प्रोजेक्टर निदेशक ने कहा कि छह महीने के भीतर यहां पर तीन शेड का निर्माण हो जाएगा। उन्होंने निर्माण कार्य की गुणवता की तारीफ करते हुए तय टारगेट तक पूरा करने को कहा। बियाडा के अधिकारियों को आदेश दिया कि वह निर्माण में तकनीकी दिक्कत को दूर करते हुए पूर्ण मदद करे।
बैग, रेडिमेट, बेल्ट और झोला आदि बनाने वाली कंपनियां आ रही है। प्रधान सचिव ने बताया कि यहां पर कुछेक ने अपना कार्य शुरू कर दिया है। फिलहाल 225 जीविका दीदी ट्रेनिंग ले रही है। जिला परियोजना मैनेजर अनीषा बताती हैं कि यह संख्या एक हजार तक पहले फेज में पहुंचाने का टारगेट रखा गया है। प्रधान सचिव बियाडा एरिया में तीन जगह का मुआयना किए। इस दौरान विभाग के निदेशक पंकज दीक्षित, बियाडा के उप महाप्रबंधक रवि रंजन प्रसाद, विवेक रंजन मैत्रे, उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक धर्मेन्द्र कुमार सिंह आदि मौजूद थे।