गया के ब्रह्मयोनि और डुंगेश्वरी पहाड़ी रोप-वे का काम अगले माह से शुरू, एजेंसी खोज की प्रक्रिया शुरू।

गया की ब्रह्मयोनि और डुंगेश्वरी पहाड़ी पर 22 करोड़ रुपए की लागत से रोप-वे का निर्माण शीघ्र शुरू होगा। रोप-वे निर्माण हेतु एजेंसी की खोज शुरू है। डुंगेश्वरी रोप-वे की अनुमानित लागत तकरीबन 14.87 करोड़ जबकि ब्रह्मयोनि रोप-वे में 7.54 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम ने निविदा निकालकर एजेंसियों से दोनों रोप-वे के टेस्टिंग, डिजाइन, इंस्टालेशन, आपूर्ति और संचालन से संबंधित काम के लिए टेंडर आमंत्रित की है। इसके लिए आखिरी तारीख 22 सितंबर निर्धारित की गई है। इसी दिन तकनीकी निविदा खुलेगा। पर्यटन विभाग के वरीय अधिकारियों की मानें तो अक्टूबर माह तक ब्रह्मयोनि और डुंगेश्वरी पहाड़ी पर निर्माण होने वाले रोप-वे का काम शुरू होगा।

प्राथमिक योजना के मुताबिक, डुंगेश्वरी पर्वत पर निर्माण होने वाले रोप-वे में दो सेक्शन होंगे। पहला भाग बस-कार पड़ाव से शुरू होगा और डुंगेश्वरी माता मंदिर तक जाएगा। इसके लिए छह केबिन बनेंगे। हर केबिन में छह-छह लोग बैठ सकेंगे। इसमें लगभग पांच मिनट का वक्त लगने का अनुमान है। इससे थोड़ी दूर पर दूसरा हिस्सा रोप-वे का शुरू होगा। यह डुंगेश्वरी पहाड़ी के नजदीक स्तूप तक बनेगा। इसके लिए दो केबिन बनेंगे जिसमें छह-छह लोग बैठ सकेंगे। इस यात्रा में लगभग पांच मिनट 15 सेकेंड का समय लगेगा।

गया की ब्रह्मयोनि पहाड़ी पर निर्माण होने वाले रोप-वे में चार केबिन बनेंगे। हर केबिन में चार-चार लोगों के बैठने की सुविधा होगी। यह रोप-वे दया प्रकाश सरस्वती स्कूल के नजदीक से शुरू होकर ब्रह्मयोनि पर्वत पर मातृयोनि गुफा के नजदीक तक बनेगा। इस यात्रा को पूरा करने में तकरीबन छह मिनट का वक्त लगेगा।

बिहार में बांका और राजगी के बाद गया की ब्रह्मयोनि और डुंगेश्वरी पहाड़ी पर बनने वाला रोप-वे बिहार का तीसरा तथा चौथा रोप-वे होगा। प्रदेश में छह नए रोप-वे बनाए जाने के प्रस्ताव पर पर्यटन विभाग काम कर रहा है। इसमें गया में हशश प्रेतशिला पर्वत पर रोप-वे बनाए जाने का प्लान है। इसके अतिरिक्त कैमूर के मुंडेश्वरी पर्वत, जहानाबाद का वाणावर पर्वत और रोहतासगढ़ किला को रोप-वे से जोड़ने की तैयारी है।

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