जिद, जुनून और जज्बा जिस इंसान के अंदर घर कर जाता है, यकीनन सफलता उसके कदमों को चूमती है। तमाम मुसीबतों के बाबजूद भी जिनके हौंसले फौलाद की तरह बुलंद रहते हैं, उनके सपने जरूर साकार होते है। पांचवें प्रयास में यूपीएससी क्रेक कर IRS अफसर बने किशोर पवार की कहानी संघर्षों से भरी रही है, अपने जीवन में तमाम उतार-चढ़ाव के बावजूद भी किशोर ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। लगभग 40 परीक्षाओं में असफलता हाथ लगने के बाद भी उन्होंने पढ़ना नहीं छोड़ा। इनकी कहानी लाखों छात्रों के लिए प्रेरणा हो सकती है।
जिस मुंबई में युवा अपने सपने को साकार करने जाते हैं। इसी मुंबई के माटी के अवध किशोर पवार आते हैं। यहीं काम कर अपना जीवन गुजर-बसर कर रहे किशोर इसी दौरान यूपीएसवी परीक्षा देने की ठान ली। किशोर ने प्रतियोगी परीक्षाओं में किस्मत आजमाया लेकिन नसीब ने किशोर का साथ नहीं दिया। बैंकिंग परीक्षा, एसएससी समेत 40 प्रतियोगी परीक्षाओं में असफलता मिली।
वहीं जुनून और उत्साह से लबरेज किशोर यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करते रहें। यहां भी उन्हें एक दो नहीं शुरुआती चार प्रयास में असफलता ही हाथ लगीं। तैयारी करते रहें। फिर यूपीएससी का एग्जाम दिया। वक्त का पहिया बदला और किशोर की किस्मत भी। यूपीएससी परिणाम में किशोर ने 657वीं रैंक हासिल की और IRS अफसर बन गए। इसी के साथ किशोर उन लाखों युवाओं के लिए रोल मॉडल बन गए जो असफलता से घबरा कर अपना लक्ष्य बदल लेते हैं।