बिहार में इन दिनों पंचायत चुनाव की सरगर्मी तेज है। कल बिहार पंचायत चुनाव के सातवें चरण के नतीजे घोषित हुए। चुनावी अखाड़े में कई पुराने जनप्रतिनिधियों को जनता ने नकार दिया है तो कहीं नए युवा चेहरे के हाथों पंचायत संवारने की कमान मिली है। इसी बीच एक नाम सुर्खियां बटोर रही है। शिवहर प्रखंड की कुशहर पंचायत की अनुष्का कुमारी जिन्हें महज 21 साल की उम्र में जनता ने मुखिया पद की जिम्मेदारी सौंपी है। यूं तो अनुष्का इंजीनियरिंग की छात्रा रही है लेकिन अब वो विकास की नई इबारत लिखने के लिए तैयार है।
अनुष्का 21 साल की उम्र में मुखिया पद के लिए निर्वाचित होने वाली सबसे कम उम्र की महिला है। चुनावी दंगल में अपने निकटतम प्रतिद्वंदी रीता देवी को 287 मतों से पछाड़ते हुए अनुष्का मुखिया पद के लिए निर्वाचित हुई है। अनुष्का के समर्थन में पंचायत के 2625 लोगों ने बहुमूल्य वोट देकर अपने सिर आंखों पर बिठाया। जीत दर्ज करने के बाद अधिकारियों ने अनुष्का को सर्टिफिकेट दिया। अनुष्का ने जीत का श्रेय कुशहर पंचायत की जनता को दिया है। अनगिनत शुभकामनाओं और बधाईयों के बीच अनुष्का पंचायत की तस्वीर और तकदीर बदलने के लिए पूरी तरह तैयार है।
अनुष्का इंजीनियरिंग की छात्रा रही है। शुरुआती पढ़ाई गांव से हुई। हरियाणा से मैट्रिक फिर बेंगलुरु से इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के बाद गांव लौटीं। पंचायत चुनाव की सरगर्मी तेज थी लिहाजा अनुष्का भी पंचायत के विकास की नई इबारत लिखने के लिए चुनावी दंगल में किस्मत आजमाया। नॉमिनेशन के बाद भी परिवार वाले अनुष्का के इस फैसले से खफा थे लेकिन जनता ने पंचायत के तकदीर बदलने के लिए अनुष्का को मुखिया बनाने के लिए अपना मन बना लिया था। अपार जनसमर्थन मिला और 21 साल की उम्र में मुखिया बन अनुष्का ने नया कीर्तिमान स्थापित कर दिया।
अनुष्का राजनीतिक पृष्ठभूमि से आती है। दादा राजमंगल सिंह 22 साल मुखिया रह चुके हैं, पिता एक बार जिला परिषद सदस्य और मामा 3 बार मुखिया रह चुके हैं। माता सरकारी शिक्षिका है। पढ़े-लिखे परिवार की बेटी तक पैगाम पहुंचे… यदि ग्रासरूट गवर्नेंस में 5 साल बिना अहंकार दिखाये, आत्मीयता के साथ सफल हो गई तो इतिहास अनुष्का को एक पन्ना जरूर देगा।