बिहार के हाजीपुर औद्योगिक क्षेत्र को राज्य का मॉडल इंडस्ट्रियल एरिया बनाने की दिशा में तेजी से काम शुरू हो गया है। तीन चरण में इस काम को किया जाना है। फिलहाल पहले चरण का काम शुरू हो गया है।
इसके तहत सभी सड़कों की स्थिति बेहतर की जा रही है और अधूरे पड़े नालों का काम पूरा किया जा रहा है। सड़कों पर पर्याप्त रोशनी हेतु सौंदर्यीकरण का काम शुरू है। 106 करोड़ रुपए कॉमन इफ्यूलेंट ट्रीटमेंट यूनिट के लिए खर्च किए जाएंगे। इसके पश्चात उद्योगपतियों और उद्योग से संबंधित परेशानियों के निवारण के बाद इलाके की ठप पड़ी औद्योगिक प्लांटों को चालू कराने की दिशा में भी वियाडा पहल करेगा।
नाम नहीं छापने की शर्त पर बिहार अधिक क्षेत्र विकास प्राधिकरण के अधिकारी ने बताया कि हाजीपुर औद्योगिक क्षेत्र को बिहार का मॉडल इंडस्ट्रियल एरिया बनाने की दिशा में काम शुरू हो गया है। शहर के फैक्ट्रियों से निकलने वाली प्रदूषित पानी को ट्रीटमेंट करके नदियों तक पहुंचाने की दिशा में काम किया जाएगा।
इसको लेकर 106 करोड़ की राशि खर्च होगी। कॉमन इफ्यूलेंट ट्रीटमेंट प्लांट के लिए निविदा निकल चुका है। उन्होंने बताया कि इस पर 45 करोड़ खर्च किए जाने हैं। उन्होंने कहा कि तीसरे चरण में सौंदर्यीकरण का काम पूरा होगा। इस संबंध में हाजीपुर विधायक अवधेश सिंह बताते हैं कि औद्योगिक क्षेत्र के विकास के लिए जलजमाव से मुक्ति मिल जाती है, तो इलाके का कायाकल्प हो जाएगा। इसको लेकर प्रयास जारी है।
सोमवार को हाजीपुर विधायक अवधेश सिंह ने बताया कि इससे जुड़ा हुआ पत्र सीएम नीतीश कुमार को सौंपा गया है। पत्र में नहर को दुरुस्त कर इंडस्ट्रियल एरिया से निकलने वाले पानी को नदी तक पहुंचाने के लिए नहर की उड़ाही करवाने के प्लान पर काम शुरू करने की योजना पर मंथन जारी है। इस पर हरी झंडी लगते ही इंडस्ट्रियल एरिया की समस्या दूर हो जाएगी। विधायक ने बताया कि पहले फेज में जल निकासी को लेकर ड्रोन और सड़कों की मरम्मत की जा रही है।
विधायक ने जानकारी दी कि गत दिनों डीएम उदिता सिंह के साथ हुई मीटिंग में नमामि गंगा के अंतर्गत सीवरेज का काम करने वाली एजेंसी को उन्होंने आदेश दिया है। इसके अंतर्गत एक अंडर ग्राउंड पाइप लाइन नदी की धारा तक पहुंचाई जाएगी। ताकि हाईवे के पास से पासवान चौक के बगल से पंपिंग करके जलजमाव पानी को डायरेक्ट जढ़ुआ होते हुए नदी की धारा में छोड़ा जा सके। इस परियोजना के पूरा होने के बाद हाजीपुर शहर और औद्योगिक क्षेत्र के लोगों को काफी राहत मिलेगी।