हाजीपुर-मुजफ्फरपुर फोरलेन सड़क निर्माण और हाजीपुर बाईपास निर्माण की चौथी डेडलाइन फेल हो गई है। खबर है कि इसका काम अगले साल यानी 2023 के मार्च में पूरा होगा। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने निर्माण के लिए नई डेडलाइन दी है। बता दें कि 671 करोड़ रुपए खर्च कर 63.17 किमी में फोरलेन निर्माण होना है, इसमें 54 किलोमीटर लंबाई में काम पूरा हो चुका। वहीं, 180 करोड़ रुपए खर्च कर हाजीपुर में 17 किलोमीटर लंबी बाईपास सड़क का निर्माण करना है।
बता दें कि इस परियोजना को पूरा करने की दो डेडलाइन पहले ही खेलो चुकी है। पहली डेडलाइन मार्च 2022 तक थी। जिसके फेल होने के बाद पुनः 30 जून 2022 तक काम पूरा होने का लक्ष्य निर्धारित किया गया। बाबजूद इसके काम पूरा नहीं हो सका। इससे पहले 2021 के दिसंबर में चालू होने की उम्मीद जताई गई थी।
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63.17 किमी लंबाई में बनीं हाजीपुर-मुजफ्फरपुर फोरलेन की अनुमानित लागत लगभग 671 करोड़ रुपए है। इस फोरलेन परियोजना पर साल 2010 में काम शुरू हुआ था। मगर, भूमि अधिग्रहण की बाधाओं के वजह से 2013 से 2020 तक सात सालों तक काम बंद रहा। जिसके बाद नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने प्रोजेक्ट काे डी-स्काेप की ग्रुप में डाल कर इसे बंद करने का फैसला ले लिया।
मगर, पथ निर्माण विभाग की कोशिश के बाद परियोजना पर नए सिरे से 27 जून 2020 से काम शुरू हुआ। भूमि अधिग्रहण की दिक्कत भी लगभग समाप्त हो गई है। 63.17 किलोमीटर में से 54 किलोमीटर लंबाई में सड़क निर्माण पूरा हो चुका है। केवल 7 किलोमीटर का काम पूरा नहीं होने के चलते यह परियोजना अधूरा है। उधर, हाजीपुर में 180 करोड़ रुपए का खर्च कर 17 किलोमीटर लंबी बाईपास सड़क का निर्माण करना है। बता दें कि 8 साल पहले ही 6 किलोमीटर में बाईपास का निर्माण पूरा हो गया है। मगर कभी भी काम आधा-अधुरा है।