इसी वर्ष में 66.74 किलोमीटर लंबी पटना हाजीपुर-छपरा फोर लेन एनएच का निर्माण पूर्ण होने की उम्मीद है। लगभग 50 किलोमीटर लंबाई में इसका निर्माण हो चुका है। तकरीबन 12 वर्षों के बाद भी इसका निर्माण पूर्ण नहीं होने से इसकी लागत दोगुनी हो चुकी है।
बता दें कि 2010 में ही निर्माण प्रक्रिया शुरू हुई थी उस समय 500 करोड़ रुपए की राशि खर्च करना था। अब तकरीबन 1013 करोड़ रुपए हो चुकी है। सड़क निर्माण पर हो रहे विलंबता पर हां ही में पटना उच्च न्यायालय ने चिंता जाहिर की है। कोर्ट ने सरकार और नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया को शीघ्र सड़क बनाने का आदेश दिया था।
सूत्रों के मुताबिक हाजीपुर-छपरा फोर लेन का निर्माण कार्य साल 2013 के आखिर तक होना था। किंतु पूर्व में भूमि अधिग्रहण और बाद में निर्माण एजेंसी को वित्तीय जद्दोजहद के चलते सड़क निर्माण प्रभावित हुआ है। वित्तीय संकट को दूर करने के लिए सूबे में पहली दफा निर्माण एजेंसी को वन टाइम फंड इनफ्यूजन कंपलीट लैग्यूशिंग के तहत आर्थिक मदद उपलब्ध करवाई गई थी। इसके बाद इस कार्य में तेजी आई।
बता दें कि गंगा में आरा-छपरा पुल व दीघा से सोनपुर पुल बनने से गाड़ियों का दबाव हाजीपुर-छपरा एनएच पर अधिक हो गया है। हाजीपुर छपरा फोरलेन सड़क निर्माण से दीघा- सोनपुर एप्रोच रोड की कनेक्टिविटी हाजीपुर-छपरा फोर लेन से होगी। छपरा शहर जाम की समस्या से पार लेगा। सड़क की चौड़ाई बढ़ने से दुर्घटना में कमी आएगी।