अगर आप बिहार के नागरिक हैं और निर्माण कार्य करा रहे हैं तो ऐसे में आपके लिए एक अच्छी खबर है. बिहार में बालू ना मिलने की समस्या खत्म होने जा रही है. बिहार सरकार बालू खनन को लेकर बिहार सरकार काफी सक्रिय दिख रही है. निर्माण कार्य के दौरान बालू ना मिलने या अधिक कीमत पर मिलने से लोग आए दिन लोग परेशान हैं. इन्हीं बातों का ध्यान रखते हुए आमलोगों, ठेकेदारों और ट्रांसपोर्टर की मदद के लिए खान एवं भू-तत्व विभाग ने नई व्यवस्था की है. जिसके तहत अब 16 जिलों के खनन अधिकारियों को यह जिम्मेदारी दी गई है कि वे लाइसेंसधारी खुदरा विक्रेताओं से निर्माण कार्य के लिए बालू उपलब्ध कराने में उनकी मदद करें.
किसी भी तरह की असुविधा होने पर खान एवं भू-तत्व विभाग ने 0612-2215350 और 0612-2215351 पर संपर्क करने की अपील की है. इन 16 जिलों में पटना, जहानाबाद, मुंगेर, नालंदा, नवादा, अरवल, औरंगाबाद, बांका, बेगूसराय, भागलपुर, वैशाली, भोजपुर, जमुई, रोहतास, सारण और शेखपुरा शामिल हैं. किसी भी तरह की असुविधा होने पर इन सभी 16 जिलों के पड़ोसी जिले के लोग भी इन्हीं जिलों के खनन पदाधिकारियों से संपर्क कर मदद ले सकते है. फिलहाल बिहार में एनजीटी के निर्देशानुसार 1 जुलाई से 30 सितंबर तक बालू के खनन पर रोक है.
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, इन 16 जिलों में 225 लाइसेंसधारी खुदरा विक्रेता हैं. इन सभी विक्रेताओं के पास वर्तमान में लगभग 16 करोड़ 35 लाख 61 हजार 740 सीएफटी बालू है. सबसे अधिक बालू रोहतास जिला के विक्रेताओं के पास है रोहतास में करीब 5 करोड़ 75 लाख 84 हजार सीएफटी बालू है. जबकि 17 लाइसेंसधारी खुदरा विक्रेता है. वहीं, पटना जिले में सबसे अधिक 64 लाइसेंसधारी खुदरा विक्रेता हैं लेकिन पटना में सिर्फ 86 लाख 98 हजार 550 सीएफटी बालू जमा है. इसके अलावा 7 जिलों में नदी किनारे से करीब 300 मीटर के अंदर बंदोबस्तधारियों द्वारा बालू जमा किया गया है.
Source- First Bihar