सहारा इंडिया में इन्वेस्टर्स का करोड़ों रूपया अटका हुआ है। निवेशकों को अपने पैसा वापस आने का इंतजार लंबे वक्त से है। निवेशक अपने पैसे रिटर्न लेने के लिए वर्ष 2013 से ही सहारा दफ्तर का चक्कर लगा कर परेशान हैं। काफी दिक्कत और जद्दोजहद होने के बाद भी निवेशकों का पैसा अभी तक वापस नहीं मिल सका है। ऐसे में इन्वेस्टर्स के लिए शुभ समाचार है। निवेशकों के पैसे के संदर्भ में सहारा इंडिया ने एक लेटर जारी किया है।
सहारा ने लेटर जारी कर कहा है कि हमारे 25 हजार करोड़ रुपए सेबी ने रख लिए हैं। सहारा ने सेबी को दोषी करार देते हुए कहा है कि ऐसा सेबी को नहीं करना चाहिए। हमारे पैसे सेबी को रिटर्न कर देने चाहिए। जिससे हम अपने इन्वेस्टर्स को उनकी मेहनत का पैसा वापस लौटा सकें। इस लेटर से यह पता चलता है कि सहारा सेबी को दोषी करार दे रही है। निवेशकों को इनके आपसी उलझन में फंसना पड़ रहा है। वहीं सेबी के द्वारा सहारा पर कुछ जुर्माना लगाया गया है। अगर यह कहें कि इनके आपसी विवाद में निवेशक पिस रहे हैं तो यह गलत नहीं होगा।
सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड (सेबी) ने सहारा इंडिया के प्रमुख और सहारा से संबंधित कई कंपनियों पर फाइन लगाया है। इसमें सहारा कंपनी के प्रमुख सुब्रत राय के साथ ही सहारा हाउसिंग इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड और कंपनी सहारा कमोडिटी सर्विसेज कॉरपोरेशन लिमिटेड के अलावा तीन अन्य पर 12 करोड़ रुपया जुर्माना लगाया है। यह जुर्माना सेबी ने साल 2008-09 के बीच स्वैच्छिक पूर्ण परिवर्तनीय डिबेंचर मामले पर नियम का उल्लंघन करने के लिए किया है। आदेश के अनुसार, 45 दिनों के भीतर सभी को मिलकर अपने जुर्माने की राशि अदा करनी होगी।