बिहार में निर्माण होने वाला पहला एक्सप्रेस-वे आमस-दरभंगा फोरलेन हाइवे को अब समस्तीपुर मुख्यालय के नजदीक करपुरीग्राम के पास स्टेट हाईवे-49 से जोड़ा जाएगा। समस्तीपुर के निर्वाचित सांसद प्रिंस राज के कोशिशों का नतीजा है कि समस्तीपुर जिले को यह सौगात मिली है। सांसद प्रिंस राज ने जानकारी दी है कि अंततः नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने इस बात पर सहमति जता दी है।
राष्ट्रीय राजमार्ग डी-119 को 2.1 किमी एप्रोच रोड को कर्पूरीग्राम के पास से जोड़ा जायेगा। बता दें कि पिछले कई महीने से सांसद प्रिंस राज इसके लिए कोशिश कर रहे थे। गया के आमस से जहानाबाद, पटना के कच्ची दरगाह तक नालंदा के करायपरसुराय से, वैशाली के कल्याणपुर, समस्तीपुर के ताजपुर के रास्ते दरभंगा के बेला-नवादा के पास राष्ट्रीय राजमार्ग-27 में जाकर मिलेगा। 189 किलोमीटर लंबी एक्सप्रेस-वे का निर्माण एनएचआई करेगा। सांसद प्रिनस राज के द्वारा समस्तीपुर शहर को जोड़ने के लिए 2.1 किमी संपर्क पथ को हटाने का मुद्दा गंभीरता से उठाया गया था।
बता दें कि फोरलेन निर्माण का काम औरंगाबाद जिले से दरभंगा तक नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के द्वारा प्रस्तावित है। फोरलेन का रूपरेखा बना, तो समस्तीपुर के लोगों को फोरलेन से कोई जाम की दिक्कत ना हो इसके लिए 2.1 किमी संपर्क पथ निर्माण का प्रस्ताव रखा गया था। समस्तीपुर से ताजपुर की ओर जाने वाली स्टेट हाईवे-49 में ठीक छठे किलोमीटर पर मिलाए जाने की योजना थी। इसे समस्तीपुर शहर के 90 प्रतिशत लोगों को फोरलेन से डायरेक्ट कनेक्टिविटी मिल जाता। लेकिन एनएचआई ने तीसरे पैकेज का जो टेंडर निकाला था उसमें लिंक रोड को हटा दिया गया था।
सांसद ने कहा है कि केंद्र सरकार के भारत माला प्रोजेक्ट के तहत बिहार के दक्षिण हिस्से से उत्तर बिहार को जोड़ने हेतु नया राष्ट्रीय राजमार्ग फोरलेन निर्माण के पीछे सरकार का मकसद है कि ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को बड़े शहर में आवाजाही करने में कोई परेशानी नहीं हो। इसी वजह से एक रूट अवरुद्ध है तो दूसरे रूट से लोग अपने स्वजनों के साथ आवागमन कर सकते हैं।