संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा देश ही नहीं एशिया की सबसे मुश्किल परीक्षा में से एक मानी जाती है। इस परीक्षा में सफलता पाने के लिए अभ्यर्थी को निरंतर मेहनत के साथ सालों भर इंतजार करना पड़ता है। लेकिन कुछ ऐसे लोग भी होते हैं जो पहले ही प्रयास में कामयाबी हासिल कर दूसरे अभ्यर्थियों के लिए प्रेरणा बन जाते हैं। ऐसे ही कहानी श्रेयांस कुमट की जिन्होंने आईआईटी मुंबई से पढ़ाई करने के बाद यूपीएससी की राह थाम ली और पहले ही प्रयास में सफलता हासिल कर आईएएस अधिकारी बन गए।
श्रेयांश राजस्थान के अजमेर जिले से आते हैं। पढ़ाई में शुरू से ही होनहार छात्र श्रेयांश शुरुआती पढ़ाई के बाद आईआईटी मुंबई से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक की डिग्री हासिल की। श्रेयांश के दादा की ख्वाहिश थी कि उनका पोता यूपीएससी में सफलता हासिल कर आईएएस अधिकारी बनें। पढ़ाई पूरी होने के बाद श्रेयांश प्रतिष्ठित कंपनी में बतौर मैनेजमेंट कंसल्टेंट के पद पर तैनात थे। लगभग 2 साल तक नौकरी करने के बाद श्रेयांश ने यूपीएससी एग्जाम देने का फैसला किया और यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी।
नौकरी छोड़ श्रेयांश यूपीएससी की तैयारी में जुट गए। सेल्फ स्टडी के दम पर ही उन्होंने एग्जाम देने का फैसला लिया। परीक्षा के सिलेबस को अच्छी तरह समझ कर फिर एक रणनीति बनाकर उन्होंने तैयारी शुरू कर दी। रोजाना 8 से 10 घंटे तक पढ़ाई करते थे। नियमित रूप से रिवीजन इसके अतिरिक्त करंट अफेयर्स के लिए रोजाना अखबार पढ़ते थे। मेहनत रंग लाई और पहले ही प्रयास में श्रेयांश सफल हो गए। साल 2018 के यूपीएससी के जारी परिणाम में देशभर में चौथी रैंक हासिल कर श्रेयांश आईएएस अधिकारी बन गए।