शादी के दस महीने बाद पति को हुई थी जेल, 72 साल बाद मिले तो ऐसी रही पहली मुलाकात : ये कहानी है एक ऐसे कपल की जो शादी के एक साल बाद ही अपने पति से बिछड़ गई और फिर 72 सालों बाद दोनों की मुलाकात हुई। ये पूरा मामला है केरल के कन्नूर का जहां पर एक शारदा नाम कि महिला अपने पहले पति से 72 साल बाद मिली। महिला की उम्र 85 साल है वहीं उसके पति जिनका नाम ई नारायणन है वो अब 93 साल के हैं।
1946 में शारदा और ई नारायणन की जब शादी हुई थी तब शारदा की उम्र 13 साल की थीं और नारायणन तब 17 साल के थे लेकिन शादी के एक साल भी पूरे नहीं हुए थे कि दोनों एक-दूसरे से बिछड़ गए।
नारायणन ने कवुमबाई के किसान आंदोलन में हिस्सा लिया था । नारायणन अपने पिता थालियान रमन नांबियार के साथ थे लेकिन इस आंदोलन के चलते दोनों अंडरग्राउंड हो गए लेकिन दो महीने बाद पुलिस ने दोनों को पकड़ लिया और दोनों को जेल में बंद कर दिया।
वहीं दूसरी तरफ दोनों के गिरफ्तार होने के बाद शारदा और उनकी सास अपने घर में थी जहां पर पुलिस उन दोनों को भी पकड़ने पहुंची थी लेकिन तब उनकी सास ने किसी तरह शारदा को पुलिस से बचा लिया लेकिन पुलिस वालों ने उनके घर में आग लगा दी, जिसके चलते शारदा की सास ने उनको वापस माइके भेज दिया।
शारदा के मायकेवालों ने नारायणन को ढूंढने के लिए काफी प्रयास किए लेकिन उनका कुछ भी पता नहीं लगा। कुछ सालों तक नारायणन का इंतजार करने के बाद जब उनको नारायणन के वापस आने की कोई आशा नहीं दिखी तो शारदा के घरवालों ने उनकी दूसरी शादी करा दी।
दूसरी शादी से शारदा के 6 बच्चे हुए जिनमें से दो की मौत हो गई थी, शारदा की उम्र 72 साल थी तभी उनके एक बेटे भार्गवन ने शारदा को उनके पुराने पति से मिलाने की कवायद शुरू की।
बता दें कि जब नारायणन और उनके पिता जेल में बंद थे तब उनपर हमला हुआ और उस हमले में नारायणन के पिता की मौत हो गई। साल 1954 में आठ साल बाद नारायणन जेल से रिहा हुए और बाहर निकलने के कुछ समय बाद उन्होंने दूसरी शादी कर ली।
शारदा का बेटा भार्गवन अपनी मां की पहली शादी के बारे में जानता था और वो नारायणन के कुछ रिश्तेदारों को भी जानता था जिसके चलते उसको पता लगा कि नारायणन अभी जिंदा हैं, जिसके बाद भार्गवन ने नारायणन और अपनी मा को मिलाने का फैसला किया।
जब भार्गवन ने शारदा से बात की तब उन्होंने नारायणन से मिलने से साफ इंकार कर दिया लेकिन काफी समझाने-बुझाने के बाद वो नारायणन से मिलने के लिए मान गई। जिसके बाद भार्गवन के घर पर शारदा और नारायणन की मुलाकात हुई।
जब दोनों ने पहली बार एक-दूसरे को देखा तो वो शुरू में काफी समय तक चुप रहे। और दोनों की आखों में आंसू आ गए। जिसके बाद दोनों के बीच थोड़ी-बहुत बात हुई।