खेती की आमदनी बढ़ाने के लिए किसानों के लिए लेमन ग्रास की खेती एक शानदार जरिया बन सकता है। लेमन ग्रास की तेल की बाजार में अत्याधिक मांग है, इसके तेल से साबुन, मेडिसिन कंपनी और कॉस्मेटिक आइटम बनाने वाली कंपनियां खरीदती है। इसकी खेती बंजर भूमि में भी की जा सकती है, यह किसानों के लिए फायदे का खेती साबित हो रहा है।
यूपी की राजधानी लखनऊ से 40 किलोमीटर दूर हरौनी गांव के समीर ने गांव कनेक्शन से बातचीत में बताया कि जहां पहले धान की खेती होती थी, वहां लेमन ग्रास की खेती हो रही है। अब इस भूमि पर समीर लेमन ग्रास के साथ ही गेंदें व मेंथा की भी खेती कर रहे हैं, इससे आसपास के इलाकों के लोगों को रोजगार भी उपलब्ध हो रहा है।
SakhiMandal Women of Bishunpur, Gumla are doing Lemon Grass Farming and moving towards self reliant. Honorable PM @narendramodi lauded the efforts of sakhimandal . This was done under #MKSP Project of @DAY_NRLM. @HemantSorenJMM @Alamgircongress @MoRD_GOI @Nagendra_NSinha pic.twitter.com/nXDEar1xbg
— JSLPS, Rural Development Dept, Jharkhand (@onlineJSLPS) July 26, 2020
लेमनग्रास से निकलने वाली तेल से कॉस्मेटिक आइटम्स, साबुन, तेल, व दवा बनाई जाती है जिससे इसकी कीमत बाजार में काफी ज्यादा है। यही कारण रहा है, कि किसान इस फसल करने को लेकर आगे रहे हैं। लेमनग्रास का एक पौधा मात्र 75 पैसे में आसानी से मिल जाता है, इस पौधे में कीट ना लगने का कारण कीटनाशक छिड़कने की भी आवश्यकता नहीं है। पौधे की पत्तियां करवी रहती है, लिहाजा यह जीव-जंतुओं से भी सुरक्षित रहता है।
लेमनग्रास के पौधों को भी अन्य पौधों की तरह एक विधि की तरह लगाना होता है, ज्यादा पत्तियां होने के कारण पौधों को एक एक फीट की दूरी पर लगाया जाता है। पौधा लगाने के बाद तकरीबन 6 महीने में तैयार हो जाता है, हर 70 से 80 दिनों में इसकी कटाई होती रहती है। एक साल में पांच से छः बार इसकी कटाई होती है। एक बार पौधा लगाने के बाद किसानों को सात साल तक पौधे लगाने की जरूरत नहीं है, इस पौधे से इतना फायदा है कि इसे बारहमासी मुनाफा देने वाले पौधे कहा जाता है।
बात लेमनग्रास से होने वाली कमाई की करें तो 1 एकड़ में लगाए गए पौधों से एक कटाई में लगभग 5 टन पत्तियां निकलती है। इसे 25 लीटर तेल निकाला जाता है साल भर में 150 लीटर तेल निकलती है, तो 12 सौ रुपए प्रति लीटर के हिसाब से भी तेल बिकता है तो सालाना एक से डेढ़ लाख ऊपर आसानी से कमाई हो जाती है। बता दें कि अपने देश का लेमनग्रास उच्च गुणवत्ता होने के कारण इसकी मांग हमेशा रहती है। अगले साल तक किसानों की आमदनी दोगुनी करने को लेकर केंद्रीय सरकार ने औषधीय पौधों की खेती का रकबा भी बढ़ा दिया है, जिसमें लेमनग्रास भी शामिल है।
अगर आप भी लेमन ग्रास की खेती करने के इच्छुक हैं, तो निम्न सूत्रों पर संपर्क कर सकते हैं। केंद्रीय औषध एवं सगंध पौध संस्थान (सीमैप), फोन नंबर : 0522-2718629, ई-मेल: [email protected]
साभार- गाँव कनेक्शन