देश में सबसे ज्यादा सरकारी नौकरी देने वाला भारतीय रेलवे है। रेलवे में नौकरी पाने के लिए करोड़ों युवा रेलवे प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी में जुटे रहते हैं। विशेषकर बिहार के युवा रेलवे की नौकरी को पहली प्राथमिकता देते हैं। यही कारण है कि देश में उत्तर प्रदेश के बाद सबसे ज्यादा एप्लीकेशन बिहार से आते हैं। इस बार एनटीपीसी व ग्रुप डी की परीक्षा में सबसे ज्यादा बिहार के छात्रों ने आवेदन किया था। रेलवे परीक्षा हुई गड़बड़ झाले पर यही के छात्रों ने सबसे पहले आवाज बुलंद किया था।
वर्तमान समय में देश में रेलवे के अलग-अलग जोन को मिलाकर टोटल तीन लाख से अधिक खाली पद हैं। सबसे ज्यादा खाली पदों की संख्या उत्तर रेलवे में 37433 हैं। दूसरे नंबर पर मध्य रेलवे 27482 और पश्चिमी रेलवे में खाली पदों की संख्या 26351 हैं। वर्तमान में लगभग 1,40,731 खाली पदों को भरा जाना है। इसमें ग्रुप डी और एनटीपीसी स्नातक के जरिए1 लाख 39 हजार पद भरे जाएंगे।
बता दें कि बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सह राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने रेल मंत्रालय से 5 बिंदुओं पर जानकारियां मांगी थी। इनमें रेलवे की हरेक श्रेणी के टोटल स्वीकृत पद, जोनवार रिक्तियों की संख्या, गत तीन सालों में रेलवे द्वारा की गई भर्तियां, तीन सालों में सेवानिवृत्त कर्मियों की संख्या और एक वर्ष में कितने कर्मी रिटायर्ड होंगे इसकी जानकारी उन्होंने मांगी थी। रेल मंत्रालय की ओर से इन सभी बिन्दुओं पर जवाब दिया गया है।