राजधानी पटना में जिला प्रशासन के द्वारा अतिक्रमण मुक्त करने पर मुस्तैदी दिखाई जा रही है। राजधानी के गांधी मैदान के उद्योग भवन के बगल में मौजूद किताब मंडी को जिला प्रशासन ने अतिक्रमण के नाम पर हटा दिया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, इन किताब दुकानदारों को मोना सिनेमा के पीछे वाली जमीन पर अस्थाई रूप से किताब मंडी बनाकर शिफ्ट किया जा सकता है। नगर निगम की स्थाई कमेटी की बैठक सोमवार को होनी है जिसमें इस प्रस्ताव पर फैसला लिया जा सकता है।
इन सभी घटनाओं के बाद जब मीडिया की टीम पहुंची तो वहां किताब दुकानदारों की स्थिति देखी जिसमें देखा गया कि मंडी खाली होने के पश्चात मंडी के मेन गेट को पूरी तरह बंद कर दिया गया है। अब दुकानदार अंदर में अपना दुकान नहीं लगा सकते हैं। लेकिन सड़क किनारे ही दुकानदारों ने दुकान लगा दिया है।
जब मीडिया ने दुकानदारों से रोड पर दुकान लगाने के बारे में पूछा तो दुकानदार पप्पू कुमार कहते हैं कि यहां से हमारे दुकानों को हटवा दिया गया है और यह आश्वासन दिया गया है कि मोना सिनेमा के पीछे दुकानदारों को शिफ्ट किया जाएगा। हमारी अपील है कि जल्द ही हमारी व्यवस्था की जाए नहीं तो हमें दुकान लगाने में काफी दिक्कत होगी।
उन्होंने कहा कि रोजी रोटी खत्म हो जाएगी और घर परिवार भी नहीं चल पाएगा। जाम से निजात दिलाने के लिए जिला प्रशासन ने मंडी खाली करवाया है, किंतु रोड किनारे ही दुकानदार दुकान लगाने लगे हैं। ऐसे में प्रशासन मंडी की व्यवस्था नहीं करती है तो जाम की स्थिति बन जाएगी।