राजगीर जू सफारी पूरी तरह बनकर तैयार हो गया है। सभी बाड़ों में जानवर भी छोड़ दिए गए हैं। शेर, बाघ, भालू, हिरण और तेंदुआ मिलाकर लगभग 260 जानवर हैं। इसी महीने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हाथों उद्घाटन का कार्यक्रम है। उद्घाटन कार्यक्रम को लेकर पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग और जू सफारी प्रशासन जोर-शोर से तैयारी में जुटी हुई है। 176 करोड़ रुपए की राशि खर्च कर 191 हेक्टेयर जमीन पर जू सफारी का निर्माण किया गया है।
यहां आने वाले पर्यटक सुरक्षित वाहनों से खुले में घूमते हुए जंगली जानवरों का दर्शन कर पाएंगे। वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि सेंट्रल जू अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने इसको लेकर अपनी मंजूरी दे दी है। यहां दक्षिण बिहार के सबसे बड़े मॉडल अस्पताल का निर्माण किया गया है, जहां जानवरों का इलाज होगा। अस्पताल में एक्सरे और अल्ट्रासाउंड जैसी व्यवस्था भी की गई है।
विभाग के अधिकारियों ने बताया कि जू सफारी में वन्य प्राणियों को प्राकृतिक वातावरण मिलता है। वन्य प्राणी खुले में घूमते हैं। बहुत जल्द पर्यटकों के लिए राजगीर जू सफारी खोल दिया जाएगा। सेंट्रल जू अथॉरिटी की देखरेख में जू सफारी काम करता है। सीजेड की टीम ने कहा कि मॉडल जू के रूप में इसे डेवलप्ड किया गया है, जहां लोग सुरक्षित तरीके से जानवरों का दीदार कर सकेंगे।
जू सफारी के लिए पटना से भी स्पेशल टूर पैकेज की व्यवस्था की गई है। उद्घाटन के 10 15 दिन के भीतर ही टूर पैकेज तैयार कर लिया जाएगा। पटना से आने-जाने वाले पर्यटकों की संख्या का दोनों विभाग सर्वे करेगी। कम पैसे में लोग जू सफारी की सैर सपाटा करें, इस लिहाज से टूर पैकेज तैयार किया जाएगा।