अब पूरी तरह से सीमावर्ती रेलखंड पर विद्युतीकरण का काम पूरा कर लिया गया है। बुधवार के दिन में पूर्व मध्य रेलवे के रक्सौल से नरकटियागंज के बीच विद्युतीकरण वाली रेलवे लाइन का मुआयना किया गया। नवनिर्मित इलेक्ट्रीफाइड सेक्शन का निरीक्षण रेलवे के सीआरएस एएम चौधरी ने किया। इस दौरान पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए पूर्व मध्य रेलवे समस्तीपुर मंडल के डीआरएम आलोक अग्रवाल ने जानकारी दी कि पूर्व मध्य रेलवे के निर्माण विभाग के द्वारा रक्सौल से नरकटियागंज तक कुल 42 किलोमीटर लंबी रेल लाइन का विद्युतीकरण पूरा किया गया है।
एक साल के भीतर इस लाइन के विद्युतीकरण का काम एजेंसी जयमंगला कंट्रक्शन बेगूसराय के द्वारा किया गया है। इसके बाद सीआरएसएस के प्रतिनिधित्व में विलक्षण संपन्न हुआ। निरीक्षण पूरी तरह सफल रहा और अब उम्मीद की जा रही है कि एक सप्ताह के भीतर ही इस रूट पर इलेक्ट्रिक ट्रेन परिचालन को हरी झंडी मिल जाएगी। उन्होंने बताया कि निरीक्षण के दौरान कुछ खामियां भी नजर आई है, जिन्हें दुरुस्त करने का आदेश दिया गया है। उन्होंने बताया कि आदेश मिलने का साथ ही इस रेल रूट पर रैक उपलब्धता के हिसाब से मेमू पैसेंजर ट्रेन का भी परिचालन कराया जाएगा।
रक्सौल से नई ट्रेनों के परिचालन को लेकर जब सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मांग के अनुसार ट्रेन का परिचालन किया जाता है। जो मांग विचाराधीन है, उसके मुताबिक इस पर फैसला लिया जाएगा। स्पेशल ट्रेन से सीआरएस से रक्सौल पहुंचे। सीआरसी नेपाली रक्सौल से नरकटियागंज के बीच विभिन्न पॉइंट पर सघन जांच की। इसके बाद नरकटियागंज से रक्सौल के बीच इलेक्ट्रिक इंजन के साथ स्पीड ट्रायल किया गया जो सफल रहा। निरीक्षण के दौरान सीआरएस के साथ रेलवे के आला अधिकारी मौजूद रहें।