बेगूसराय को पटना से जोड़ने वाला राजेंद्र सेतु के समानांतर 6 लेन पुल बनाया जा रहा है। बन रहे नए पुल का निर्माण अगले साल तक पूरा कर लिया जाएगा। इस पल के दक्षिणी छोर पर बनने वाले एप्रोच पथ के निर्माण को लेकर समस्या फसी हुई है। एप्रोच पथ संबंधित समस्या को सुलझाने का जिम्मा इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आइआइटी) गुवाहाटी को सौंपा गया था। इस संदर्भ में आईआईटी गुवाहाटी की ओर से विशेषज्ञों का समस्या समाधान को लेकर कोई प्रतिक्रिया नही आई है ऐसे में अगर अगले साल तक इस पर का निर्माण पूरा भी हो जाता है तो इसपर वाहनों का परिचालन नही किया जा सकेगा।
राजेंद्र सेतु के समानांतर 6 लेन पुल का दक्षिणी हिस्सा औंटा घाट है। दक्षिणी हिस्से में 2.5 किलोमीटर का एप्रोच रोड बनाया जाना है और इस ढ़ाई किलोमीटर लंबे सड़क के बीच में तीन रेलवे क्रासिंग आ रही है। इसलिए सड़क के निर्माण योजना के तहत अप्रोच रोड में तीन जगहों पर रेलवे ओवर ब्रिज का निर्माण किया जाना है।
प्रस्तावित एप्रोच रोड का निर्माण इंबैकमेंट पर होना है, पर अप्रोच रोड में तीन ओवर ब्रिज के निर्माण के कारण इसमें तकनीकी तौर पर परिवर्तन की बात सामने आ रही है। इस संदर्भ में तकनीकी परामर्श हासिल करने के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने आइआइटी, गुवाहाटी से तकनीकी सलाह माँगी है। अगर अप्रोच रोड़ ने निर्माण का कोई समाधान नही निकलता है तो पुल का निर्माण होने के बाद भी इसपर वाहनों का परिचालन नही किया जा सकेगा।
दक्षिणी छोर के अप्रोच पथ के निर्माण की समस्या के समाधान को लेकर लिए उच्च स्तरीय बैठक भी हुई थी इस मीटिंग में कंस्ट्रक्शन एजेंसियां भी शामिल हुई थी। इस बैठक में होने वाले तकनीकी बदलाव के कारण निर्माण लागत में आने वाले परिवर्तन पर चर्चा की गई थी। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने इस संदर्भ में साप्ताहिक प्रोग्रेस रिपोर्ट क्षेत्रीय अधिकारी को उपलब्ध कराने की मांग की है।