मुजफ्फरपुर सहित उत्तर बिहार के रेलवे स्टेशनों से राजधानी दिल्ली समेत देश के ज्यादातर हिस्सों में जाना अब आसान हो जाएगा। पहलेजाघाट व पाटलिपुत्र स्टेशन के बीच बने 11.62 किलोमीटर लंबी रेल पुल पर परिचालन शुरू होने वाला है। इससे ट्रेनें गया रूट और वाराणसी होते हुए दिल्ली सहित देश के ज्यादातर हिस्सों में ट्रेन डायरेक्ट पहुंच सकेंगी। बता दें कि वर्तमान में मुजफ्फरपुर से दिल्ली जाने के लिए छपरा-नरकटियागंज होते हुए ट्रेनें का परिचालन होता है, जिसमें दूरी को तय करने सुपरफास्ट को 18 घंटे और एक्सप्रेस को 20 घंटे लगते हैं। इस रूट के चालू हो जाने के बाद मुजफ्फरपुर के यात्री 20 घंटे के बजाय मात्र 14 घंटे में दिल्ली का सफर कर सकेंगे।
पूर्वी प्रमंडल के सीआरएस एएम चौधरी तीन व चार मार्च को नई रेल लाइन का मुआयना करेंगे। मिली जानकारी के मुताबिक, 4 मार्च को स्पीड ट्रायल के बाद पुल पर बने नई रेल लाइन पर ट्रेनों के परिचलान को हरी झंडी दी जा सकती है। पुल पर दोनों लाइन चालू होने से संपूर्ण क्रांति और पाटलिपुत्र एलटीटी एक्सप्रेस के साथ ही रांची की ओर जाने वाली ट्रेनों का विस्तार मुजफ्फरपुर तक किया जा सकता है। बता दें कि 12 घंटे 10 मिनट में पटना से दिल्ली जाने वाली संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस का विस्तार मुजफ्फरपुर तक होना है।
पूर्व मध्य रेलवे के सीपीआरओ वीरेंद्र कुमार ने जानकारी दी कि रेल पुल पर दोहरीकरण कार्य पूरा हो जाने के बाद उत्तर बिहार व दक्षिण बिहार के बीच ट्रेनों का परिचालन सुलभ हो जाएगा। इंटरलॉकिंग का काम जनवरी के पहले सप्ताह में पूरा किया गया था। दोनों लाइन चालू हो जाने से मुजफ्फरपुर सहित उत्तर बिहार व राजधानी पटना के साथ-साथ झारखंड, बनारस, ओडिशा व छत्तीसगढ़ व देश के अधिकांशतः हिस्सों के बीच रेल परिचालन में सहूलियत होगी। बता दें कि फिलहाल रांची व अन्य शहर जाने के लिए ट्रेनों को पश्चिम बंगाल होकर गुजरना पड़ता है।