स्टेशन पुनर्वास स्कीम के तहत मुजफ्फरपुर जंक्शन का पुनः विश्वस्तरीय बनाया जा रहा है। इसके तहत कई बदलाव किए जा रहे हैं। नए टर्मिनल, प्लेटफार्म विस्तार, एलिवेटेड रोड के साथ ही यात्री सुविधा के लिए कॉन कोर्स का निर्माण लगभग 400 करोड़ खर्च कर होना है। इसका निर्माण कार्य आरएलडीए के अधीन शुरू भी हो चुका है। आनंद भवन को ध्वस्त किया जा चुका है। बेगूसराय की एक निर्माण कंपनी इसका निर्माण करा रही है। निर्माण में तेजी लाने को लेकर सोमवार को निर्माण एजेंसी ने प्लंब्रिंग और इलेक्टिकल विभाग का सर्वे पूरा कर लिया है। वहीं आज सिग्नल विभाग का सर्वे हुआ है।
निर्माण कंपनी के इंजीनियर बताते हैं कि किसी साइट पर निर्माण करने से पूर्व उसका सर्वे जरुरी होता है। यह रेलवे स्टेशन है। यहां पैसेंजर्स को ध्यान में रखते हुए निर्माण की व्यवस्था की जानी है। इसके लिए सर्वे टीम गठित कर सर्वे का काम चल रहा है। प्लंब्रिंग और इलेक्ट्रॉनिक विभाग का सर्वे पूरा कर लिया है। आगे सिग्नल का सर्वे होगा।
बताया गया है कि मालगोदाम के नजदीक पंपु पोखर के नजदीक निर्माण एजेंसी का बेस कैंप का निर्माण करना होगा। जहां से पूरे निर्माण प्रक्रिया की मॉनिटरिंग होगी। इसके लिए सोमवार को पम्पू पोखर के नजदीक निर्माण एजेंसी के द्वारा साफ सफाई करवाया जा रहा है। इसके बाद समस्तीपुर मंडल के टीटीई रनिंग रूम को तोड़ा जाना है। यह काम जल्द किया जाएगा।
बता दें कि पिछले दिनों सोनपुर डिवीजन के डीआरएम नीलमणि एवं आरएलडीए के उपाध्यक्ष जंक्शन पर चल रहे निर्माण कार्य का मुआयना किया था। उन्होंने निर्माण एजेंसी को काम में तेजी लाने के निर्देश दिए थे। निर्माण एजेंसी के मालिक ने बताया कि निर्माण के लिए उपयुक्त तमाम संसाधनों और जमीन उन्हें रेलवे के द्वारा दिया गया है। किसी तरह की रुकावट नहीं है।