स्मार्ट सिटी में शुमार मुजफ्फरपुर शहर के विस्तारीकरण के बाद आप केंद्र सरकार रिंग रोड की बड़ी सौगात देने जा रही है। पूर्व में पथ निर्माण विभाग से रिंग रोड निर्माण का प्रस्ताव मिला था लेकिन निर्माण राशि ज्यादा होने के चलते इस प्रस्ताव को केंद्र सरकार ने अब अपने हाथों में ले लिया है। अप सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण से रिंग रोड का निर्माण कराएगा।
जिस गांव और हाल ही में नगर पंचायत में शामिल किए गए माधोपुर सुस्ता से होकर मंत्रालय रिंग रोड का निर्माण करेगा। गांव में नगर पंचायत की नोटिस जारी करते हुए भूमि अधिग्रहण का काम शुरू करने का आदेश दिया गया है। विदित हो कि पूर्व से प्रस्तावित रिंग रोड बनाने का जिम्मा पथ निर्माण विभाग को दिया गया था।
रिंग रोड के निर्माण में 344 करोड़ रुपए खर्च का प्रस्ताव तैयार कर चुकी थी। इसमें भूमि अधिग्रहण के बदले भुगतान की गई राशि को शामिल किया गया था। फिर नगर निगम विस्तारीकरण के बाद रिंग रोड की चौड़ाई बढ़ाने का भी फैसला हुआ है जिसके बाद इसे बनाने की जिम्मेदारी केंद्र सरकार को स्थानांतरित कर दिया गया है।
यह रिंग रोड एनएच-28, एनएच-77, एनएच-57 व एनएच-102 को जोड़ेगा। इसके तहत मुजफ्फरपुर-पटना फोरलेन से निकला रिंग रोड माधोपुर सुस्ता होते हुए एनएच 28 में काजीइंडा के पास जाकर मिलेगा। यह बुधनगरा-रजवाड़ा पथ में मणिका के पास बूढ़ी गंडक नदी के रास्ते एनएच 57 में मझौली के पास जाकर मिलेगा।
तीनों राष्ट्रीय राजमार्ग आपस में जुड़ जाएगा प्रस्तावित लंबाई 21.10 किलोमीटर है। इस रोड में बूढ़ी गंडक नदी पर बुधनगरा घाट पर आरसीसी उच्चस्तरीय दो ब्रिज बनाने की योजना है। इसमें एक मुजफ्फरपुर-समस्तीपुर एवं दूसरा मुजफ्फरपुर हाजीपुर रेल मार्ग पर होगा।