मुजफ्फरपुर जिले के कांटी में नया बिजली घर बनाने का रास्ता साफ हो गया है। राज्य सरकार ने केंद्र सरकार को इस संबंध में प्रस्ताव भेजा है। पुरानी यूनिटों को कांटी में बंद करके इसके जगह पर 660 मेगावाट क्षमता का नया बिजली घर बनाने की तैयारी है।
कांटी में यूनिट वन और टू का समय पूरा हो चुका है। ऐसे में सरकार ने इसे बंद करने का निर्णय लिया है। जर्जर होने के चलते यहां की बिजली काफी महंगी हो गई थी इसके आधे मूल्य पर बाजार में बिजली उपलब्ध थी। यहां से बिजली लेने से बिहार ने मना कर दिया है। खरीदार नहीं मिलने की स्थिति में एनटीपीसी ने इसे बंद करने का फैसला लिया है।
बिहार सरकार की योजना है की कांटी में नया बिजलीघर का निर्माण हो। कांटी बिजली घर के पास कृषि विभाग की 15 एकड़ भूमि उपलब्ध है। राज्य सरकार इसी जमीन पर बिजली घर यूनिट स्थापित करने की तैयारी में है। यहां भूमि उपलब्ध होने के बाद बिजली घर की कॉलोनियों को वहां शिफ्ट करने की योजना है। इसके बाद बाकी बची जमीन पर बिजली घर की जमीन को मिलाकर वहां नए सिरे से विद्युत घर की स्थापना की जाएगी।
बिहार सरकार के ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने बताया है कि कांटी बिजली घर की दोनों पुरानी यूनिट बंद होने की स्थिति में वहां नया बिजलीघर का निर्माण होगा। जो 660 मेगावाट क्षमता का होगा। नए विद्युत घर बनाने के लिए संसाधन पर्याप्त रूप से उपलब्ध है। भूमि और पानी की उपलब्धता के साथ ही जरूरी आधारभूत संरचना है जिसके चलते निर्माण में कोई परेशानी नहीं होगी। नई तकनीक पर विद्युत घर बनेगा तो यहां की बिजली भी सस्ती दर पर मिलेगी।