बिहटा एयरपोर्ट के सिविल एन्क्लेव निर्माण में 2 साल से ज्यादा की देरी होगी। इसका निर्माण जून 2020 तक हो जाना था लेकिन दो सालों में जून 2022 तक इसे पूरा करना था। आलम यह है कि इसके निवारण के लिए निविदा भी जारी नहीं हुआ है। केंद्र सरकार के पब्लिक इन्वेस्टमेंट बोर्ड की ओर से निर्माण के लिए 900 करोड़ के प्रस्ताव पर वित्तीय मंजूरी भी नहीं दी गई है। ऐसे में टेंडर निकलने, वित्तीय स्वीकृति मिलने और उसके पूरा होने में कम से कम 6 महीने का वक्त लगेगा। ऐसे में सात-आठ महीने के बाद यहां काम शुरू होने की उम्मीद है।
एयरपोर्ट ऑथोरिटी ऑफ इंडिया ने बिहटा एयरपोर्ट पर सिविल एनक्लेव बनाने के लिए पहले 126 एकड़ भूमि की मांग की। इसमें 108 एकड़ सिविल एनक्लेव निर्माण के लिए और 18 एकड़ जमीन स्टेट हैंगर के लिए थी। एयरपोर्ट ऑथोरिटी को नीतीश सरकार ने यह भूमि अधिग्रहीत कर सौंप दी। इस बीच डीपीआर बनने के बाद मालूम चला कि आठ एकड़ और जमीन की आवश्यकता सिविल एनक्लेव के निर्माण के लिए है, तभी उसमें पार्किंग जैसी व्यवस्था होगी।
साल 2019 में एयरपोर्ट अथॉरिटी ने राज्य सरकार से दिए गए जमीन के एक साइड में 8 एकड़ जमीन अधिग्रहण करने को कहा था। कोविड से पहले के संबंध में बातचीत भी शुरू हुई। लेकिन लॉकडाउन के बाद मामला ठप हो गया और उसके बाद ज्यों का त्यों पड़ा रह गया।
बिहटा एयरपोर्ट के सिविल एनक्लेव के निर्माण हेतु मिली भूमि पर चारदीवारी निर्माण हेतु भवन निर्माण विभाग की सहायक एजेंसी से एयरपोर्ट ऑथोरिटी ने एमओयू किया। इसके तहत लगभग सात करोड़ के लागत से तीन किमी चारदीवारी बनाया जाना था। किंतु इसमें 700 मीटर चारदीवारी को राज्य सरकार के जमीन अधिग्रहण के भरोसे छोड़ दिया गया। लेकिन भूमि नहीं मिल पाने के वजह से 6 महीना का समय चारदीवारी का निर्माण अधूरा ही रह गया।
चारदीवारी के लिए जमीन अभी तक एयरपोर्ट अथॉरिटी को नहीं सौंपा गया है, इसको देखते हुए पब्लिक इन्वेस्टमेंट बोर्ड की ओर से मंथन नहीं किया गया है। जमीन मिलने की कोई खबर नहीं सुन कर एयरपोर्ट अथॉरिटी के द्वारा है बाकी चार दिवारी को पूरा करवाने का फैसला लिया गया है। लेकिन 8 एकड़ जमीन अतिरिक्त नहीं मिलता है तो सिविल एंक्लेव के टर्मिनल और पार्किंग का डिजाइन आकार में बिना चेंजिंग के बिना निर्माण संभव नहीं हो सकेगा।
बता दें कि 25 लाख कैपेसिटी वाले सिविल एंक्लेव का निर्माण बिहटा एयरपोर्ट पर होगा। भवन की ऐसी संरचना बनाई जाएगी कि जिसे आवश्यकता पड़ने पर दो मंजिला बनाकर 50 लाख पैसेंजर्स के आने जाने के लिए बनाया जाए। यात्रियों के लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी के द्वारा अत्याधुनिक कन्वियर बेल्ट के साथ एयरोब्रिज बनाया जाएगा। एयरपोर्ट पर आने वाले लोग अपने गाड़ी के मल्टी लेवल पार्किंग में पार कर सकेंगे जिसके लिए 8 एकड़ जमीन की आवश्यकता पड़ रही है।