विश्व प्रतिष्ठित स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ाई करना स्टूडेंट्स के लिए ड्रीम होता है, लेकिन बचपन के दोस्त आदित पलीचा और कैवल्य बोहरा ने कुछ अलग करने की ठानी थी। 19 साल के आदित अपने सपने को साकार करने के लिए स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी की पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी और दोस्त कैवल्य के साथ व्यापार में उतर गए। दोनों ने इस राह पर सफलता भी अर्जित की। इंस्टैंट ग्रॉसरी डिलीवर करने वाली स्टार्टअप कंपनी मात्र 5 महीने में ही 43 सौ करोड़ रुपए की कंपनी बन गई।
मात्र 45 दिनों के अंदर ही कंपनी की वैल्यू दोगुनी हो गई। ताजा फंडिंग राउंड में जेप्टो को 570 मिलियन डॉलर यानी 4,300 करोड़ रुपये की वैल्यूएशन मिली है। वाई कम्बिनेटर के नेतृत्व में जेप्टो को इस राउंड में 100 मिलीयन डॉलर की फंडिंग मिली है। 45 दिनों पूर्व यानी डेढ़ महीने पहले ही जेप्टो की वैल्यू 225 मिलियन डॉलर बताया गया था जबकि कंपनी ने 60 मिलियन डॉलर की फंडिंग अर्जित की थी।
कंपनी दावा करती है कि मात्र 10 मिनट में ही ग्राहकों को ग्रॉसरी डिलीवरी करती है। बता दें कि इसी वर्ष जेप्टो ने मुंबई में काम की शुरुआत की है और अभी देश के प्रमुख शहर बेंगलुरू, दिल्ली, गुरुग्राम, चेन्नई में भी सेवा दे रही है। भविष्य में कंपनी हैदराबाद, पुणे, कोलकाता जैसे शहरों में ऑपरेशन शुरू करने वाली है। फिलहाल कंपनी जेप्टो ताजा प्रोडक्ट, राशन के सामान, स्नैक्स, पर्सनल केयर जैसे सेगमेंट में 2,500 से अधिक सामानों की डिलीवरी कर रही है।
मार्केट में जेप्टो अन्य कंपनियों को कड़ी टक्कर दे रही है। इंस्टैंट डिलीवरी बाजार में जेप्टो का सीधा मुकाबला ग्रोफर्स और डुंजो जैसी कंपनियों से है। ग्रोफर्स कंपनी ने कुछ दिनों पहले ही अपने ब्रांड का नाम बदलकर ब्लिंकइट कर दिया है। आर्डर मिलने के महज कुछ मिनटों के अंदर ही यह कंपनी ग्राहकों को सामान डिलीवर कर देती है।
Source- Aaj Tak