अगस्त माह के शुरुआती दो सप्ताह के दौरान सरिया की कीमत सस्ता होने के बाद फिर से देश के अलग-अलग शहरों में सरिया की कीमत में तेजी आने लगी है। हालांकि फिलहाल अभी भी कुछ शहरों में एक महीने पहले के मुकाबले प्रति टन 3000 से लेकर 3200 रुपए तक सस्ता मिल रहा है। वहीं मुंबई जैसे बड़े शहरों में सरिया कीमत प्रति टन 900 रुपए तक बढ़ गई है।
कारोबारियों ने कहा कि मानसून के वजह से कीमतें कम होने से इसकी मांग होने लगी है। लोग अपना मकान बनाने का सपना साकार करने के लिए सरिया सहित अन्य भवन निर्माण सामग्री तेजी से खरीद रहे हैं। मकान की मजबूती के लिए सरिया सबसे जरूरी समाधि है और इसके रेट कम होने से मकान बनाने की लागत भी कम आती है। उन्होंने कहा कि फिलहाल सरिया खरीदने का बेहतर समय है, क्योंकि मानसून के स्थिर होने के साथ ही इनके रेट पुनः चढ़ने लग जाएंगे।
बता दें कि इस साल जून महीने में सरिया की कीमत में कमी आई थी। सरिया की कीमत लगभग-लगभग आधे हो गए थे। लेकिन इसके बाद जून माह में फिर से इनके रेट तेजी से बढ़ने लगे थे। बीते डेढ़ माह के दौरान तकरीबन हर सप्ताह सरिया की कीमत लगभग 1000 रुपए ऊपर चढ़ा था। फिलहाल देश के लगभग हर कोने में अच्छी खासी बारिश हो रही है, जिस वजह से निर्माण संबंधी गतिविधियां पूरी तरह सुस्त पड़ी हैं। बारिश की रफ्तार धीमी होते ही निर्माण कार्य तेजी से होगा और इसका असर सरिया सहित दूसरे सामग्रियों के कीमत पर देखने को मिलेगा।
देश के प्रमुख शहरों में सरिया की कीमत अलग-अलग मात्रा में बदले हैं। सरिये की कीमतों पर नजर रखने वाली आयरनमार्ट वेबसाइट के मुताबिक सबसे सस्ता सरिया पश्चिम बंगाल के कोलकाता और दुर्गापुर में मिल रहा है, जहां इसकी कीमत प्रति टन 51000 रुपए है। वहीं यूपी के कानपुर में इसकी कीमत सबसे अधिक है। कानपुर में फिलहाल सरिया की कीमत 59000 रुपए प्रति टन है। इन कीमत पर अलग से 18 प्रतिशत के हिसाब से जीएसटी भी लगेगा।