दो अप्रैल का दिन भारत और नेपाल दोनों देश के लिए खास होने वाला है। इस दिन राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउवा के बीच वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए नए जयनगर-जनकपुर/कुर्था रेल लाईन पर यात्री रेल सेवा का परिचालन को पुनः बहाल किए जाने की उम्मीद है।
बता दें कि भारत और नेपाल बीच बन रहे जयनगर-बिजलपुरा-बर्दीबास रेल परियोजना के पहले फेज में जयनगर-जनकपुर/कुर्था रेलखंड जयनगर-बिजलपुरा-बर्दीबास (69.08 किलोमीटर लंबी) रेल परियोजना का एक हिस्सा है। रेल सेवा शुरू होने के बाद भारत और नेपाल के बीच ट्रेन से सफर करने वाले भारतीयों के लिए सफर के दौरान निर्धारित निम्न आइडेंटिटी कार्ड में से कोई एक फोटो के साथ पहचान पत्र मूल रूप से रखना अनिवार्य होगा।
यात्रा के लिए भारतीयों को वैध राष्ट्रीय पासपोर्ट, भारत सरकार/राज्य सरकार/केंद्र शासित प्रदेश के प्रशासन द्वारा अपने कर्मचारियों के लिए जारी फोटोयुक्त पहचान पत्र, इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया के द्वारा जारी फोटो पहचान पत्र, नेपाल स्थित इंडियन एंबेसी द्वारा जारी इमरजेंसी सर्टिफिकेट या आइडेंटिटी सर्टिफिकेट। वहीं, 65 साल से ज्यादा और 15 साल से कम उम्र के व्यक्तियों के पास उनकी उम्र और पहचान की पुष्टि करने लिए फोटोयुक्त कागजात के तौर पर सीजीएचएस कार्ड, राशन कार्ड, पैन कार्ड, ड्राईविंग लाइसेंस होना चाहिए।
बता दें कि एक परिवार के मामले में, किसी एक बड़े व्यक्ति के पास उपर्युक्त 1 से 3 में वर्णित कोई एक कागजात हो, तो अन्य सदस्यों को परिवार से उनके संबंध की पुष्टि करने वाले फोटो युक्त आइडेंटिटी सर्टिफिकेट पत्र के तौर पर राशन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, स्कूल/कॉलेज द्वारा जारी आईडी कार्ड, सीजीएचएस कार्ड आदि हो तो उन्हें यात्रा करने की इजाजत दी जाएगी।