मेक इन इंडिया (Make in India) के तहत अब अपने देश में ही सैन्य विमानों का निर्माण होगा। सेंट्रल गवर्नमेंट ने 3 अरब डॉलर वाले इस सौदे पर मुहर लगा दी है। नमक से लेकर सॉफ्टवेयर तक बनाने वाली कंपनी टाटा ग्रुप अब भारतीय वायु सेना के लिए ट्रांसपोर्ट विमान बनाएगी। निजी क्षेत्र की Tata Group कंपनी को सैन्य विमान बनाने का काम सौंपा गया है। केंद्र सरकार और टाटा ग्रुप के साथ 56 सैन्य परिवहन विमानों के निर्माण के लिए 21000 करोड़ रुपए की डील हुई है।
वर्तमान केंद्र सरकार मेक इन इंडिया पर जोर दे रही है। जिसके तहत 56 सी विमान निर्माण का कार्य Tata Group कंपनी को दिया गया है। बता दें कि भारतीय वायु सेना लंबे अरसे से 56सी-295 विमान खरीदने के लिए प्रतीक्षा में थी। फिलहाल भारतीय वायु सेना के पास 60 साल पुराना एवरो 848 परिवहन विमान है, इसी को देखते हुए पीएम नरेंद्र मोदी की सुरक्षा कैबिनेट कमिटी ने 56सी विमान निर्माण को लेकर स्वीकृति दे दी है।
4 साल के भीतर 16 परिवहन विमान स्पेन से बनकर भारत आएगा, नए अनुबंध के तहत बाकी 48 विमानों का निर्माण टाटा ग्रुप 10 वर्षो के अंदर भारत में ही करेगी। इसी के साथ टाटा मेक इन इंडिया के तहत देश में सैन्य विमानों का निर्माण करने वाली पहली कंपनी बन जाएगी। 6 साल पहले ही टाटा ग्रुप के साथ विमान निर्माण को लेकर समझौता हो गया था, वित्तीय कारणों के चलते इस परियोजना में देरी आ रही थी। इसी साल का अंतर इस पर हस्ताक्षर भी हो जाएंगे। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है, कि सैन्य विमानों का निर्माण कहा होगी, बता दें कि टाटा ग्रुप ने हैदराबाद में विमानन कंपनी की स्थापना की है।
डिफेंस मिनिस्ट्री ने इस परियोजना से स्वदेशी कंपनियों को लाभ होने की बात कही है। बता दें कि टाटा विमानों के पार्ट्स उपकरण अन्य जरूरतों की सामान भारत से ही खरीदेगी। लोगों को रोजगार भी उपलब्ध होगा। साथ ही संभावना है कि 600 से अधिक कुशल और 6000 से भी ज्यादा अप्रत्यक्ष लोगों को इस परियोजना से रोजगार मिलेगी।