भागलपुर-हंसडीहा (भलजोर) के बीच बनने वाली 63 किलोमीटर लंबी फोरलेन निर्माण (राष्ट्रीय राजमार्ग-133 ई) की बड़ी समस्या अब खत्म हो गई है। पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव द्वारा फाइल लौटाने के बाद एनएच डिवीजन ने भागलपुर और बांका जिले के स्थानीय सांसद व विधायक के समक्ष एलायनमेंट का पीपीटी दिखाकर लोक सहमति ले लिया है।
दोनों जगहों पर एलायनमेंट में आंशिक बदलाव के सुझाव के साथ ही डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाने को मंजूरी दे दी गई। इसी का आधार बनाकर एलाइनमेंट के अनुसार एजेंसी को रिवाइज डीपीआर बनाने को कहा जा सके। सरकार को फाइनल एलाइनमेंट भेजी जाएगी। वहां से हरी झंडी मिलने के बाद डीपीआर बनाकर अनुमानित खर्च का आकलन लगाया जाएगा। फिर टेंडर निकाला जाएगा।
निविदा की प्रक्रिया शुरू होते ही जमीन अधिग्रहण का रोड मैप निकाला जाएगा। इस योजना के लिए कहां कितनी भूमि की आवश्यकता है और कितनी उपलब्ध है, इसका डिटेल बनाया जाएगा। इंजीनियरों ने जानकारी दी कि पूरी प्रक्रिया को करने में कम से कम 6 महीने का वक्त लगेगा। ऐसे में कहा जा रहा है कि सितंबर या अक्टूबर माह से टू लेन को फोरलेन में बदलने का काम शुरू हो जाएगा।
जानकारी के लिए बता दें कि मौजूदा समय में सड़क 7 मीटर चौड़ी है। इसे 22 मीटर चौड़ी करने की योजना है, जिसमें तीन मीटर डिवाइडर, दो मीटर सोल्डर बनना है। ढाकामोड़ के निकट रेलवे ओवरब्रिज बनना है। श्यामलाल पास पुराने पुल को ध्वस्त कर नए पुल का निर्माण होगा। भागलपुर और भलजोर के बीच 45 पुल-पुलियों का निर्माण होना है।