सात दिनों के भीतर दो भागों में में बनने वाली राष्ट्रीय राजमार्ग-80 के निर्माण शुरू करने का आदेश केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने दिया है। मंत्रालय द्वारा जारी आदेश के मुताबिक पहले जीरोमाइल से मिर्जाचौकी के बीच सड़क निर्माण शुरू करना है। मंत्रालय के बिहार क्षेत्रीय पदाधिकारी प्रदीप कुमार लाल द्वारा चयनित कार्य एजेंसी अरुणाचल प्रदेश की टीटीसी इंफ्रा इंडिया को मिली है। उन्होंने जानकारी दी कि एजेंसी के साथ सोमवार को करार होगा।
उन्होंने जानकारी दी कि राष्ट्रीय राजमार्ग-80 के किनारे जिन स्थानों पर पेड़ पौधे नहीं है, वहां यानी जीरोमलाइल से इंगलिश फरका के बीच मिट्टी भराई का कार्य शुरू करने का आदेश दिया गया है। वन विभाग से नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट मिलते ही बाकि जगहों पर तीव्र गति से काम होगा। बता दें कि ठेका एजेंसी वन विभाग द्वारा एनओसी मिलने के इंतजार में बैठी है। जिस जगह पर सड़क के किनारे पेड़ नहीं है, वहां पर काम शुरू करने का फैसला लिया है। पीपीसी मोड में सड़क बनेगा। 484.88 करोड़ रुपए की लागत जीरोमाइल से मिर्जाचौकी के बीच सड़क निर्माण पर आएगी।
उधर, राजस्थान की एमबी कंस्ट्रक्शन घोरघट से दोगच्छी (नाथनगर) के बीच पीसीसी सड़क बनाएगी। शीघ्र ही इस हिस्से की सड़क का निर्माण शुरु होगा। बता दें कि 398.88 करोड़ खर्च कर सड़क निर्माण शुरू होगा। मंत्रालय की केंद्रीय कमेटी ने सड़क के लिए 971 करोड़ रुपए की राशि पहले ही स्वीकृत कर चुकी है। सड़क निर्माण में रुकावट डाल रही बिजली के खंभे, चापाकल और जलापूर्ति पाइपों को हटाया जाएगा। 10 मीटर सड़क चौड़ी होगी।
आवश्यकतानुसार कुछ जगह पर तीन तो कुछ जगह पर फोरलेन सड़क बनाई जाएगी। मसाढू सहित कई पुल व 100 कलवर्ट का निर्माण करना है। पर्यावरण के लिहाज से पौधारोपण भी होना है। कहलगांव और पीरपैंती के बीच टोल प्लाजा बनाने की योजना है। रोजाना 25-30000 गाड़ी इस रूट पर आती-जाती है। व्यावासिक दृष्टिकोण से भी यह मुख्य मार्ग हैं। मिर्जाचौकी से पूरे बिहार, नेपाल, पश्चिम बंगाल को पत्थर आपूर्ति होती है।