भागलपुर में गंगा नदी पर विक्रमशिला सेतु के समानांतर फोरलेन पुल निर्माण के लिए वन एवं पर्यावरण विभाग के द्वारा मुहर लग गई है। विभाग में एनओसी देने के साथ ही समांतर पुल निर्माण में आने वाली बाधाएं खत्म हो गई है। अब चयनित एजेंसी एसपी सिंगला से समझौता कर वर्क आर्डर जारी करने की कवायद में विभाग लग गया है। मिनिस्ट्री आफ रोड ट्रांसपोर्ट हाइवे (मोर्थ) की निगरानी में पुल का निर्माण होगा।
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के पटना के क्षेत्रीय पदाधिकारी के मुताबिक वन एवं पर्यावरण विभाग से मंजूरी मिल गयी है, लेकिन इससे जुड़े हुए दस्तावेज विभाग को मिल जाने के बाद ही चयनित एजेंसी को वर्क आर्डर जारी किया जाएगा। अक्टूबर से नवंबर में ही निर्माण शुरू करने की तैयारी है।
समानांतर पुल निर्माण के लिए मोर्थ का भागलपुर में कार्यपालक इंजीनियर अभिनव कुमार सहित कई अन्य कर्मचारियों को बहाल कर दिया गया है। कार्यालय भी बरारी हाउसिंग बोर्ड कालोनी में खोल दिया गया है। अक्टूबर-नवंबर में निर्माण शुरू करने के लिए चयनित एजेंसी एसपी सिंगला यूनिट लगाने सहित दूसरे तैयारी शुरू कर दी है। साल 2026 तक पुल निर्माण पूरा करने का टारगेट फिक्स है।
इंजीनियरिंग प्रॉक्योरमेंट कंस्ट्रक्शन (इपीसी) मोड में पुल का निर्माण ह़ोगा। ठेका एजेंसी को 1460 दिनों में अर्थात चार साल में पुल का निर्माण करना होगा। पुल निर्माण का काम एजेंसी को टेंडर राशि से 3.75 प्रतिशत ज्यादा रेट पर मिला है। इस पुल के निर्माण में टेंडर राशि 958.38 करोड़ से 35.93 करोड़ अधिक यानी कि 994.31 करोड़ खर्च होगा।
मायागंज रैन और सैंडिस कंपाउंड के लिए टेक्निकल बिड सोमवार को खुला है। पांच एजेंसी ने विभिन्न प्रस्ताव दिया। सिटी मैनेजर रवीशचंद्र वर्मा बताते हैं कि कि पांच एजेंसी में तीन बिहार से, एक झारखंड से और एक गुजरात से शामिल हुए। जिला प्रशासन के कमेटी एजेंसी के प्रस्ताव का जांच करेगी। एजेंसी को फाइनांशियल बिड के लिए आमंत्रित किया जायेगा।