भागलपुर-मंदारहिल और बाराहाट-बांका सेक्शन में बहुत जल्द एक सौ 10 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से ट्रेनें दौड़ेगी। स्पीड डायल की भेजी गई रिपोर्ट को मात्र मंजूरी मिलने की देरी है। वहीं बिजली की पर्याप्त सप्लाई के लिए दुमका और बांका में रेलवे का पावर ग्रिड का काम जारी है। यह काम भी अंतिम दौर में है। फिलहाल दोनों रेलखंड पर अधिकतम 50 किमी प्रति घंटे की स्पीड से ट्रेनें चलती हैं।
बता दें कि पिछले महीने दोनों रेल रूट पर 120 किमी प्रति घंटे की स्पीड से इलेक्ट्रिक ट्रेन चलाकर स्पीड परीक्षण किया गया था। यह ट्रायल पूरी तरह सफल रहा। इस दौरान भागलपुर से मंदारहिल स्टेशन तक 50 किलोमीटर की दूरी केवल 42 मिनट में तय हो गई थी। ट्रेन की स्पीड 120 किमी प्रति घंटे की थी। ट्रायल के दौरान ट्रक पूरी तरह से दुरुस्त पाया गया था।
मालूम हो कि पिछले महीने ही भागलपुर-मंदारहिल और बाराहाट-बांका सेक्शन पर स्पीड ट्रायल किया गया था। ट्रायल के लिए भागलपुर से स्पेशल ट्रेन चली थी। इस दौरान ट्रेन की रफ्तार 120 किमी प्रति घंटे की थी। यह ट्रायल पूरी तरह सफल रहा। गस दौरान ट्रॉली से पूरे रेल मार्ग पर अनाउंसमेंट कराई गई थी। ताकि लोग सचेत रहें और पटरी के नजदीक नहीं आएं। अभी इस रेलखंड पर 50 किमी प्रति घंटे की स्पीड से ट्रेन चलती है।