भागलपुर से नेशनल हाईवे-80 के घोरघट से मिर्जाचौकी तक शिवनारायणपुर, मिर्जाचौकी सहित एक अन्य जगह पर रेलवे ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। समपार को तोड़कर आरओबी का निर्माण किया जायेगा। ट्रेनों के सुचारू रूप से संचालन, दुर्घटना पर विराम लगाने और ट्रेनों के संचालन के दौरान बार-बार सड़क ट्रैफिक प्रभावित होने से आम जनों की दिक्कत को ध्यान में रख सरकार की योजना समपार को खत्म करने की है। रेलवे के द्वारा मुंगेर-मिर्जाचौकी नेशनल हाईवे-80 में आने वाले शिवनारायणपुर, मिर्जाचौकी व तीन जगहों में समपार की को खत्म कर वहां रेल ओवर ब्रिज बनाने का फैसला लिया है।
रेलवे ओवर ब्रिज के निर्माण हेतु एनएच विभाग डीपीआर बनाएगा। डीपीआर कंसल्टेंट एजेंसी नियुक्त करेगा, इसके लिए निविदा निकाला है। विभाग की ओर से अपनायी जा रही टेंडर प्रक्रिया के तहत 15 नवंबर को बिड खुलेगा। इच्छुक कंसल्टेंट एजेंसी के लिए निविदा भरने की आखिरी तारीख 14 नवंबर तय की गयी है। विभागीय अधिकारी के मुताबिक एक आरओबी के निर्माण पर 25 करोड़ की लागत आ सकती है। कंसल्टेंट एजेंसी जब डीपीआर तैयार कर देगा, तो वास्तविक खर्च पता लगेगा।
घोरघट से मिर्जाचौकी तक तीन जगहों पर रेल ओवरब्रिज बनने से ट्रेन गुजरने का आम जनों को इंतजार नहीं करना पड़ेगा। ट्रैफिक सुलभ होगा। एनएच 80 का निर्माण दो समूहों में होगा। कंक्रीट का सड़क 70 किलोमीटर में जीरोमाइल से मिर्जाचौकी के बीच और 28 किलोमीटर घोरघट से नाथनगर तक बनेगा। सड़क निर्माण में 3.15 क्यूविक मीटर गिट्टी और 1.60 लाख क्यूविक मीटर बालू एवं 1.37 लाख टन सीमेंट का इस्तेमाल होगा।
विभागीय अधिकारियों की मानें तो निर्माण में इस्तेमाल होने वाली सामग्री के अनुसार 18-20 हाइवा गिट्टी तथा 15-16 हाइवा रोजाना बालू का इस्तेमाल होगा। जर्जर हो चुके अंग्रेजों के समय के 70 पुल-पुलिया को ध्वस्त कर 10 मीटर चौड़ा किया जायेगा। सड़क बनाने में 883.76 करोड़ की लागत आएगी। घोरघट से दोगच्छी के बीच 398.88 करोड़ जबकि 484.88 करोड़ रुपये खर्च कर जीरोमाइल-मिर्जाचौकी के बीच निर्माण होगा।