भागलपुर के वैकल्पिक बाईपास के तौर पर सिलेक्टेड चार रोड और एक जगह अंडरपास नई कार योजना में जगह दी गई है। पथ निर्माण विभाग ने इसकी मंजूरी के लिए फाइल मुख्यालय को भेजा है। वहां से हरी झंडी मिलने के बाद कार योजना पर काम शुरू हो जाएगा।
बता दें कि इन प्रोजेक्ट को 2021-22 में शामिल तो किया गया, लेकिन स्वीकृति नहीं मिल सकी थी। लेकिन इस बिटिया साल में मुख्यालय ने मंजूरी का आश्वासन जताते हुए नई कार्ययोजना बनाकर पथ निर्माण विभाग कार्य प्रमंडल भागलपुर से फाइल मांगा है। वर्ष 2022-23 में वैकल्पिक बाईपास के तौर पर सिलेक्टेड चार रोड और कचहरी चौक से घूरन पीर बाबा चौक के बीच अंडरपास बनाने की संभावना जगी है।
बाईपास के रूप में चार सड़कों के बन जाने के बाद जाम की समस्या से शहर को मुक्ति मिलेगी। अभी लोगों को हर कदम पर जाम की समस्या से जूझना पड़ रहा है। कहने को तो ट्रैफिक सुधार के लिए शासन-प्रशासन काम कर रही है। जाम से मुक्ति दिलाने हेतु शहरी और महत्वपूर्ण ग्रामीण इलाकों में जरूरी को ध्यान में रखकर बाईपास सड़कों को बनाया जाएगा।
वहीं शहर के चार जगहों में सड़कों पर फुट ओवरब्रिज बनाने की योजना को छोड़ दिया गया है। इस साल के नई कार्य योजना में से जगह नहीं दी गई है। अधिकारी की मानें तो डिजाइन तैयार करने में प्याज के बाजार से कार्य योजना में शामिल नहीं किया गया है। पथ निर्माण विभाग कार्य प्रमंडल, भागलपुर के कार्यपालक अभियंता नवल किशोर सिंह कहते हैं कि वैकल्पिक बाईपास के तौर पर चयनित सड़कों और अंडरपास को नई कार योजना में जगह देकर मुख्यालयों को फाइल की मंजूरी के लिए भेजा गया है। मंजूरी मिलने पर काम शुरू होगा।
बता दें कि अगर वित्तीय साल 2021-22 में स्वीकृति मिल गई रहती, तो जिन सड़कों का निर्माण हो जाता उनमें घंटाघर से आदमपुर वाया खंजरपुर-मायागंज अस्पताल पथ, शाहकुंड-असरगंज पथ, नवगछिया-महादेवपुर घाट पथ ओर जगदीशपुर-सन्हौला पथ शामिल है। इन सड़कों के निर्माण के लिए 170 करोड़ की राशि का आंकलन लगाया गया।