भागलपुर शहर में स्मार्ट सिटी योजनाओं के कार्यों के दम पर शहर की छवि सुधारने लगी है। गत 5 सालों में देश भर के 100 स्मार्ट सिटी शहरों में भागलपुर की खूब फजीहत हुई। लेकिन, एक सालों में भागलपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड 100 शहरों की सूची में बढ़ोतरी दर्ज की है। स्मार्ट सिटी मिशन द्वारा बुधवार को जारी रैंकिंग में भागलपुर एक 31वें पायदान पर पहुंच गया है। बिहार के तीन स्मार्ट सिटी शहरों को भागलपुर ने काफी पीछे छोड़ दिया है।
जारी रैंकिंग राजधानी पटना 74वें, बिहार शरीफ 86वें जबकि मुजफ्फरपुर 89वें नंबर पर रहा। बता दें कि इससे पूर्व फरवरी की जारी सूची में भागलपुर ने जनवरी से 25 अंक का सुधार करते हुए भागलपुर 48वें नंबर पर पहुंचा था। जनवरी के रैंकिंग में शहर 73वें नंबर पर था। गत वर्ष सितम्बर-अक्टूबर में भागलपुर रैंकिंग में 84वें और दिसम्बर में 79वें पायदान पर रहा था।
बता दें कि बीएससीएल की परियोजनाओं के तीव्र गति से क्रियान्वयन के पश्चात यह उछाल दर्ज है। गत एक साल में भागलपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने तकरीबन 920 करोड़ रुपये से ज्यादा की परियोजनाओं का निविदा किया गया था। अलग-अलग योजनाओं में 206 करोड़ रुपये खर्च किए गए। पहले फेज में सरकार ने 382 करोड़ रुपये आवंटित किए थे। इस राशि का बैंक में ब्याज 60 करोड़ से भी अधिक हो गए। स्मार्ट सिटी मिशन ने योजना पूर्ण करने, फाइनांस, एडवाइजरी कमेटी की बैठक, आउटफट फ्रेम वर्क व कार्य पूर्ण करने के मानकों को रैंकिंग का आधार बनाया था।
जिन कार्यों के बूते शहर के रैकिंग में सुधार हुआ उनमें मायागंज में 100 बेड का शेल्टर हाउस परियोजना के साथ रूफटाप सोलर परियोजना पूर्ण होना। सैंडिस कंपाउंड के सुंदरीकरण कार्य अंतिम दौर में है। सर्फेस पार्किंग का कार्य पूरा हो चुका है। टाउन हाल, हाई मास्ट लाइट, बरारी घाट आरएफडी, भैरवा तालाब, स्कूलों का आधुनिकीकरण, स्मार्ट रोड, समेत परियोजनाओं पर काफी तेजी के साथ काम जारी है। सिटी परियोजना के तहत भागलपुर में स्मार्ट सड़कों का निर्माण जारी है। टोटल 34 सड़कों को स्मार्ट बनाने का कार्य चल रहा है। इन स्मार्ट रोड के साथ वेंडिंग जोन, फुटपाथ, लाइटिंग की भी पूरी व्यवस्था रहेगी। यातायात व्यवस्था से लेकर पर्यटन के लिहाज से भागलपुर स्मार्ट शहर में योजनाओं का तेजी से क्रियान्वयन हो रहा है।