बरौनी रिफाइनरी टाउनशिप के दीवाल से सटे जुबली पंप से हर हर महादेव चौक तक के इलाके को ग्रीन बेल्ट के तौर पर विकसित किया जाएगा। बेगूसराय के सांसद सह केंद्र सरकार के मंत्री गिरिराज सिंह ने इसके लिए नेशनल हाईवे मंत्रालय को एक आग्रह पत्र भेजते हुए कहा था कि अगर एनएचएआई इसके लिए एनओसी देती है तो बरौनी रिफाइनरी की मदद से इलाके को ग्रीन बेल्ट के रूप में डिवेलप किया जाएगा।
बताते चलें कि राष्ट्रीय राजमार्ग 31 द्वारा सिमरिया से खगड़िया तक निर्माण किए गए चार लेन के दौरान सड़क चौड़ीकरण में बरौनी रिफाइनरी टाउनशिप के पास वाले इलाकों में सैकड़ों पेड़ की छटनी की गई थी। पेड़ काटे जाने के बाद इस इलाके में कहीं भी छांव के लिए पौधा नहीं है। जबकि फोरलेन बन जाने के बाद इस जगह पर सर्विस लेन रिफायनरी टाउनशिप दीवार के मध्य 35 से 40 फीट चौड़ी जमीन पर अवैध तरीके से अतिक्रमण एक बड़ी दिक्कत बन गई है।
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स्थानीय सांसद गिरिराज सिंह के द्वारा समस्या से मुक्ति पाने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय को ग्रीन बेल्ट के रूप में विकसित करने के लिए अनापत्ति पत्र मांगा था। आप नेशनल हाईवे मंत्रालय के द्वारा एनओसी दे दिया गया है। जिले के अमरेंद्र कुमार अमर ने जानकारी दी कि बरौनी रिफाइनरी अपने मद से पैसे खर्च कर सर्विस लेन और बरौनी रिफाइनरी के बीच पौधारोपण करके पार्क के रूप में विकसित करने की कोशिश करेगी। नगर निगम का 3 किलोमीटर लंबा क्षेत्र ग्रीन बेल्ट के रूप में विकसित होगा।
कहा जा रहा है कि 3 किलोमीटर के इलाके में पौधारोपण होने से अतिक्रमण की समस्या खत्म होगी और बेगूसराय में एंट्री करते ही लोगों को हरियाली दिखेगी व सुबह और शाम के समय आने वाले लोगों को भी यही आनंद मिलेगा। ऐसी योजना है कि इलाके को फेसिंग कर जगह-जगह इंट्रीकेट बनाया जाए। उस जगह पर वाटर फाउंटेन लगाकर और भी विकसित किया जाए।
अमरेंद्र कुमार अमर ने जानकारी दी कि सांसद गिरिराज सिंह की पहल पर आम लोगों की समस्या को देखते हुए बेगूसराय के डीएम से हस्तक्षेप कर इसके लिए बड़ी पहल की गई थी। ग्रीन बेल्ट के रूप में इलाके को विकसित होने से नगर निगम इलाके के साथ ही जिले में एंट्री करते ही लोगों को 3 किलोमीटर तक हरा-भरा पार्क दिखाई देगा और यह आकर्षण का केंद्र बनेगा।